बबुरिहा खेड़ा गांव में हुई घटना का मामला
हत्यारों ने धारदार हथियार से किए कई वार
दो महिलाएं सहित तीन हिरासत में
बेटे ने तीन लोगों पर लगाया हत्या किए जाने का आरोप
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। 10 जुलाई 2014 गंजरिया फार्म जंगल में दो युवकों की हत्या कर फेंकी गई लाश के मामले में पुलिस किसी नतीजे पर पहुंच भी नहीं आई थी कि गोसाईगंज क्षेत्र के बबुरिहा खेड़ा गांव निवासी 45 वर्षीय रमेश चंद्र रावत को हत्यारों ने उसी के घर में बेरहमी से कत्ल कर दिया। धारदार हथियार से उसके गले और शरीर पर ताबड़तोड़ कई वार किए गए हैं। इस मामले में मृतक के बेटे अवधेश कुमार रावत ने नवल खेड़ा गांव निवासी रामसिंह, वंदना व अर्चना के खिलाफ हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी के मुताबिक कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
गोसाईगंज थानाक्षेत्र स्थित बबुरिहा खेड़ा मंजरा ठिठौली निवासी रमेश चंद्र रावत अपने परिवार के साथ रहते थे। रमेश रावत का एक मकान नवल खेड़ा गांव के पास है। मृतक के बेटे अवधेश कुमार रावत ने बताया कि वह सुबह दूसरे वाले घर पर गया तो देखा कि उसके पिता रमेश का शव खून से लथपथ पड़ा है और गले व शरीर पर कई जगह गहरे घाव के निशान हैं। रमेश की हत्या की जानकारी होते ही गांव में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना पाकर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी व गोसाईगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने नवल खेड़ा गांव निवासी रामसिंह , वंदना व अर्चना को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। उधर अवधेश रावत ने रामसिंह, वंदना व अर्चना के खिलाफ पिता की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
कहीं कुछ और मामले को लेकर हत्या तो नहीं की गई
मृतक के बेटे अवधेश ने पुलिस को बताया कि पहले उनके पिता को नवल खेड़ा गांव में मारपीट कर ज़ख्मी किया गया फिर खून से लथपथ रमेश को दूसरे वाले घर में फेंक दिया गया है। अवधेश का आरोप है कि उसके पिता की जान रामसिंह ने परिवार के साथ मिलकर ली है। वहीं पुलिस रमेश चंद्र रावत की मौत के मामले में रंजिश व कुछ और बातों को जोड़कर देख रही है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।