रंजन कुमार सिंह
देश के गृहमंत्री और भाजपा के नंबर दो के नेता माने जाने वाले अमित शाह का बिहार में दौरा प्रारंभ हो रहा है। इस दौरे के पहले ही बिहार के एक पूर्व आईपीएस ने एक पत्र लिखकर सनसनी फैला दी है। 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ दास विभिन्न मुद्दों पर पहले भी ऐसे विवादास्पद बयान देते आये हैं। लोग मानते हैं कि उनके बयानों की वजह से उन्होंने राजनीति में दखल रखने वाले अनेक लोगों को पहले से ही नाराज कर रखा है। इस बार अमिताभ दास ने बिहार के डीजीपी को पत्र लिखकर अमित शाह के दौरे को लेकर सतर्क किया है। अपने पत्र में उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि देश का गृहमंत्री एक तड़ीपार है। पत्र में कहा गया है कि अमित शाह बिहार के सीमांचल इलाके में आने वाले हैं। इस सीमांचल इलाके में चार जिला आते हैं। यह चार जिले पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया हैं। पत्र में लिखा है कि वह खुद भी किशनगंज के एसपी के तौर पर अपनी सेवा दे चुके हैं। इसलिए वहां के सामाजिक ताने बाने को बहुत अच्छी तरह समझते हैं।
अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि दरअसल अमित शाह का यह दौरा वहां दंगा कराने की साजिश की शुरुआत है। चूंकि इस इलाके में मुसलमानों की अच्छी खासी आबादी है। यहां दंगा कराने की जिम्मेदारी भाजपा के कुछ नेताओं को सौंपी गयी है। यहां से सामाजिक ताना बाना तोड़ने की साजिश का असली मकसद वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के पूर्व फिर से हिंदू और मुसलमान के नाम पर मतदाताओं को बांटना है। इस किस्म के बंटवारे का असली लाभ भाजपा को ही होता है। उन्होंने लिखा है कि एक बार सीमांचल के इलाके से सांप्रदायिक तनाव की शुरुआत होने के बाद इसे पूरे राज्य में फैलाने की साजिश है। यदि ऐसा होता है तो जनता के असली मुद्दे फिर से भुला दिये जाएंगे। अपने पत्र में श्री दास ने बिहार के डीजीपी को इस बारे में बिहार के संबंधित जिलों को एसपी को पहले से ही सतर्क करने की बात कही है। इस पत्र को सार्वजनिक तौर पर जारी किये जाने के कारण बिहार की राजनीति फिर से गरमा गयी है।