- बहन गिरफ्तार, प्रेमी को तलाश रही पुलिस,
नया लुक ब्यूरो
रांची/रामगढ़। बहन के प्रेम-प्रसंग में आड़े आ रहे सहोदर भाई को बहन ने ही प्रेमी के साथ मिलकर ठिकाने लगा दिया और मारकर घर में ही गाड़ दिया। ढाई महीने से लापता रोहित की हत्या कर शव को घर में दफनाये जाने की जानकारी मिलने के बाद रविवार 11 सितंबर को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को बाहर निकाला गया। मजिस्ट्रेट पतरातू सीओ शिव शंकर पांडे, पतरातू SDPO वीरेंद्र चौधरी और पतरातू थानेदार गौतम कुमार मौजूद रहे। शव पूरी तरह से सड़-गल चुका था। लाश को बाहर निकालने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया।
सैंकड़ों लोगों की जमा हो गई थी भीड़
शव को निकाले जाने की सूचना मिलने के बाद पतरातू थाना क्षेत्र के पंच मंदिर पंचायत के पथ संख्या-33, आवास संख्या-एफ 235 के बाहर सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सबसे पहले उक्त कमरे का दरवाजा खोला गया। शव को निकालने के लिए चार मजदूरों को लगाया गया। कमरे में गड्ढ़ा खोदकर मजदूरों ने शव को बाहर निकाला।
प्रेमी संग मिलकर बहन ने की थी भाई की हत्या
पतरातू SDPO वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस घटना में संलिप्त मुख्य अभियुक्त चंचल कुमारी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो इस हत्याकांड में शामिल था। मामले में अनुसंधान जारी है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
ढाई महीने से लापता था मृतक रोहित
पतरातू के ग्राम बरतुआ निवासी नरेश महतो का 21 वर्षीय बेटा बीते 30 जून से लापता था। इस संबंध में नरेश महतो ने बताया कि उसका बेटा रोहित कुमार 24 जून को अपने ममेरे भाई दिलीप महतो जो चुटिया रांची का रहने वाला है, उसके घर रहने गया था। 30 जून को नरेश महतो की बेटी चंचल कुमारी ने अपने भाई को फोन कर घर आने को कहा, जिसके बाद चंचल कुमारी ने रोहित को रांची चांदनी चौक बस स्टैंड से रिसीव कर रामगढ़ ले गई। नरेश महतो ने बताया कि बेटे के लापता होने के बाद उन्हें बेटी पर शक होने लगा। नरेश ने बेटे के लापता होने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से जांच-पड़ताल शुरू की। शक के आधार पर रांची की चुटिया और पतरातू पुलिस ने चंचल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो वह अनजान बनती रही, मगर सख्ती से पूछताछ में वह टूट गई और सारा राज उगल दिया। चंचल की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार को मृतक रोहित के शव को निकाला।
रोहित के मोबाइल लोकेशन से खुला राज
बताया जा रहा है कि चुटिया थाना पुलिस ने जब रोहित के मोबाइल लोकेशन को खंगालती तो बहन तक पहुंचती। उसके बाद पुलिस जब शनिवार को बहन तक पहुंची और उसपर दबाव डाला तो उसने सच उगल डाला। इस तरह घटना के लगभग ढाई महीने बाद इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने इस मामले में जहां बहन को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं उसके प्रेमी की तलाश शुरू कर दी है।
पड़ोसी मुस्लिम युवक से प्रेम सम्बन्ध था
चंचल के परिजनों के अनुसार पड़ोस के ही गांव के एक मुस्लिम युवक के साथ युवती का संबंध है। इसमें उसका भाई बीच में रोड़ा बन रहा था।भाई हमेशा विरोध करता था। इसलिए उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और घटना को अंजाम दिया। पुलिस को पता चला है कि बड़ी बहन ने ही अपने प्रेमी से मिलकर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए शव को आवास में ही दफना दिया था। युवती के पिता पहले बिजली विभाग में पतरातू में पदस्थापित थे। राँची में तबादला होने के बाद भी उन्होंने पतरातू का क्वार्टर नहीं छोड़ा है। चंचल क्वार्टर में अकेले ही रहती थी।
रोहित का सिम इस्तेमाल करती थी बहन
पुलिस अनुसंधान रोहित के मोबाइल पर टिका था। पुलिस मान रही थी कि मोबाइल में लगे दोनों सिम रोहित स्वयं इस्तेमाल करता था। परंतु, रोहित के नाम से खरीदा गया सिम उसकी बहन इस्तेमालहत्याकांड करती थी। घटना के दिन तक चंचल ने उस सिम का इस्तेमाल किया था। हत्या में चंचल के प्रेमी के अलावा अन्य लोगों के भी बरतुआशामिल होने की आशंका जताई जा रही है।