मुम्बई। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में गिरफ्तार हुए शूटर कपिल पंडित (Shooter Kapil Pandit) ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Bollywood Actor Salman Khan) को मारने की साजिश से जुड़ी कई अहम जानकारी दी है। पुलिस की पूछताछ में उसने कहा कि इस काम के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) ने उसे एक अहम जिम्मेदारी दी थी। कपिल (Kapil) ने पूछताछ में बताया कि मां के अंतिम संस्कार के लिए उसे 2021 में पैरोल मिली थी। उसके बाद वह फरार हो गया। वह राजस्थान (Rajasthan) के चुरु जिले के बेवड़ गांव (Bewad Village) का रहने वाला है। वह उसके बाद से ही अपने गांव के एक व्यक्ति के मर्डर के मामले में फरार है।
इसी बीच संपत नेहरा (Sampat Nehra) और गोल्डी बरार (Goldie Brar) के माध्यम से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) ने उससे संपर्क किया। मामला बॉलीवुड एक्टर सलमान की हत्या करने का था। पंजाब पुलिस (Punjab Police) के डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने बताया कि कपिल पंडित (Kapil Pandit) को सचिन बिश्नोई (Sachin Bishnoi) और संतोष यादव (Santosh Yadav) के साथ मिलकर खान की रेकी करने के लिए कहा गया था, ताकि सलमान को मारने की साजिश रची जा सके। कपिल ने पूछताछ में बताया कि इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) के कहने पर वह सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) को मारने के लिए कई बार रेकी कर चुका था। विक्की मिड्डूखेड़ा (Vicky Middukhera) की मौत का बदला लेने के लिए मूसेवाला (Moosewala) के मर्डर की साजिश रची गई थी।
सिद्धू के मर्डर केस में पुलिस ने 10 सितंबर को बड़ी सफलता हासिल की। पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने केन्द्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साथ एक ज्वॉइंट ऑपरेशन में शूटर दीपक मुंडी (Shooter Deepak Mundi) को गिरफ्तार किया है। साथ में उसके दो अन्य सहयोगी कपिल पंडित (Kapil Pandit) और राजिन्दर उर्फ जोकर को भी अरेस्ट किया गया था। तीनों को पश्चिम बंगाल (West Bengal) में नेपाल की सीमा से गिरफ्तार किया गया है। इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने धरपकड़ कर तीनों को गिरफ्तार किया। मूसेवाला की गाड़ी का पीछा करने वाली बोलेरो में शूटर दीपक मुंडी (Shooter Deepak Mundi) ही बैठा था। इसी बोलेरो से गोलीबारी कर सिद्धू की हत्या की गई थी। इस काम में कपिल पंडित (Kapil Pandit) और राजिन्दर ने लॉजिस्टिक, हथियार की सप्लाई की थी। वहीं बाद में छिपने की जगह भी उपलब्ध कराई थी।