सत्तारुढ़ यदि मूल मुद्दोंपर नही उतरे तो अगला चुनाव पड़ेगा भारी

बलराम कुमार मणि त्रिपाठी


लखनऊ। हवा मे गुलाटी मारिये, अच्छा मनोरंजन होगा। जुमले उछालिए। टरका बाजी कीजिए समय कट जाएगा। पर कब तक? आपकी सारी हरकते जनता देख रही। जनता ने सत्ता जिसको सौंपी है उसको देखेंगी। जो सत्ता मे नही उससे क्या लेना देना?  बेरोजगारी,बढ़ती महंगाई,पेंशन मुद्दा और शिक्षा- स्वास्थ्य -सुरक्षा जैसे मुद्दे महत्वपूर्ण हैं‌। रेलवे या बसों का किराया बढ़ना आम जनता को प्रभावित करता है।

पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ना संसाधन वाले को विशेष प्रभावित करता है, साथ ही रोजमर्रा के जरुरत के सामानों की कीमत बढ़ती है और कुकिंग गैस की  कीमते बढ़ती हैं तो हर घर प्रभावित होता है। आटा,दूध दही जैसी चीजों पर जीएसटी चकित करने वाला है‌। किताब कांपी ही नही छोटी मोटी जरुरतो के सामान मे भी जीएसटी है‌। टैक्स की भरमार ने आकंठ महंगाई मे डुबो दिया है।

आरबीआई के रोज बदलते नियमों ने भी अपच कर दिया है। सरकारी उपक्रमों के निजीकरण आम जनजीवन को प्रभावित करने लगे हैं। प्राईवेट कालेजों मे पढ़ाना छाछठ फीसदी जनता कै औकात के बाहर है। कर क्या रहे हैं? आपकी नीतियां पकाऊ होती जारही हैं। विपक्ष के भ्रष्टाचार के मामले आप उजागर करने के लिए CBI, IT  और ED का छापा डलवाईये लेकिन आपने अपने पार्टी के भ्रष्ट लोगो पर भी कितने छापे डलवाये? जनता भ्रष्टाचार उजागर चाहती है,पर ऐसे सभी का होना चाहिए। जो इसमे संलिप्त हैं। केवल कुछ पर कार्रवाई नही़।

भारत जोड़ो यात्रा

कांग्रेस ने सात  सितंबर, 22 से कन्याकुमारी से काश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है। इससे जो संदेश जारहा वह विचारणीय है। इसका असर जरुर पड़ेगा। यह जान लें कि आम जनता हर छोटे बड़े काम का सूक्ष्म अवलोकन कर रही हैं। इसका मन फिरा तो ताश के पत्ते के महल को एक फू़क मे उड़ा देगी और अगला चुनाव सत्ता पक्ष के लिए मशक्कत वाला सिद्ध होगा।

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