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Analysis

चलनी है बीबीसी ! सूप तो कतई नहीं !! कई छेद हैं, काफी बड़े भी !!

यह पुख्ता अवधारणा है मेरी कि नरेंद्र मोदी लाख कोशिशों के बावजूद इंदिरा गांधी की गहराइयों को कतई पा नहीं पायेंगे। छू तक नहीं सकते। थाह तो कभी नहीं। यहां गहराइयों से मेरा अभिप्राय निर्ममता, बेदिली तथा नृशंसता के संदर्भ में है। बीबीसी कार्यालयों पर आयकर छापे के प्रसंग में सोनिया-कांग्रेसी भले ही मोदी पर […]

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