- साधु के भेस में घूम-घूमकर रंगदारी मांग उसके सहयोगी
- अबतक एक करोड़ छह की कर चुके हैं जालसाजी के जरिए वसूली: पीड़ित सतपाल
लखनऊ। पुलिस अभिरक्षा में मारा गया माफिया अतीक अहमद और उसके अशरफ भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनका जलजला अब भी कायम है। यूपी के कोने-कोने में घूम रहे उसके गुर्गों का आज जलजला कायम है। बताया जा रहा है कि अहमद से ताल्लुक रखने वाला उसका करीबी चंदन नाम का शख्स जो साधू का रंग-रूप धारण किया है, लेकिन इसकी आड़ में वह अपराध की दुकान चलाने में नहीं चूक रहा है। बताया जा रहा है कि डीएम के नाम का फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों से इन्वेस्टमेंट के नाम पर करोड़ों की ठगी कर ली है उसके खिलाफ 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं 50000 के इनामी हैं लेकिन फिर भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
राजधानी लखनऊ के रहने वाले सतपाल सिंह और रणविजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा कि गिरोह का सरगना चंदन दीक्षित जो की चित्रकूट का रहने वाला है साधु के भेष में घूमता है इसके ऊपर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं आईजी गोंडा से 50000 का इनामी है मौरंग खनन के नाम पर हम लोगों से करोड़ों रुपए आरटीजीएस और कैश के जरिए लिए हैं। जिलाधिकारी के फर्जी कागज बनाकर हम लोगों से वसूली की जब हमें अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी मिली तो हमने पैसा वापस मांगा उस समय गुजरात जेल में बंद अतीक अहमद से हमें फोन कर धमकी दिलवाई और अब जब माफिया अतीक इस दुनिया में नहीं है तो उसके गुर्गों से जान से मारने की धमकी दे रहा है।
इसके गैंग में पंजाब का हरवीर सिंह काके और भोपाल का मदन गुप्ता शामिल है जिसको पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन चंदन दीक्षित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है और खुलेआम आजाद बनकर घूम रहा है। आरोप है कि चंदन को पुलिस का संरक्षण हासिल है जो कि हर जगह उसकी सेटिंग करवा रहा है पैसे के दम पर अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है इसी का साथी कौशाम्बी का प्रेमचंद केसरवानी जिसकी ओम साईं ट्रेडर्स के नाम से फर्म है उसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाए हैं। इसके गिरोह ने 50 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड कई लोगों के साथ किया है और भी लोगों को अपना लगातार निशाना बना रहा है। हम लोगों पर दबाव बनाने के लिए जगह-जगह पर फर्जी मुकदमे भी दर्ज करवा रहा है। 4 साल से न्याय न मिलने से हम लोग मानसिक रूप से पूरी तरह से परेशान पीड़ित हो चुके हैं।
