- मुख्यमंत्री आवास पर जदयू की बैठक शुरू
- चिराग को नौ सीट देने से नाराज है नीतीश
- पिता की मनमानी से तेजस्वी भी हुए नाराज
- लालू ने बांटे सिंबल अब कुछ से वापस लिए गए
नया लुक ब्यूरो
पटना /नयी दिल्ली। इस बार बिहार के विधानसभा चुनाव में नया ‘तमाशा’ देखने को मिल रहा है। एऩडीए में सीटों के बंटवारे के बाद भीतर छिपा दर्द छलकने लगा है। भाजपा और नीतीश दोनों को ही बराबर सीटें मिली पर नीतीश की नाराजगी की परवाह किए बगैर बीजेपी ने 48 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जदयू के ढाई दर्जन से अधिक नेताओं को चुनाव चिन्ह बांट दिए हैं। इनमें से कई प्रत्याशियों ने तो मंगलवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया। महागठबंधन में भी कुछ ऐसा ही चल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसला यादव ने राजद की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया है। एनडीए में हुए सीट बंटवारे से न तो जीतन राम मांझी खुश हैं और न ही उपेंद्र कुशवाहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी सीट बंटवारे का तरीका पसंद नहीं आ रहा है। इतना ही नहीं गिरिराज सिंह ने इशारों-इशारों में चिराग पासवान को बहुत कुछ कह दिया है। कुछ ऐसा ही हाल महागठबंधन का भी है।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश के आवास पर जदयू की बैठक भी शुरू हो गई है। पहले से ही इस तरह की खबरें आ रही थीं कि नीतीश कुमार को चिराग पासवान को 9 सीटें दिए जाने पर नाराज हैं। वहीं महागठबंधन में भी नाराजगी की खबर के बीच देर रात ऐसे कई कैंडिडेट्स से सिंबल वापस ले लिया गया है जिन्हें लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को टिकट जारी कर दिया था। ऐसा तेजस्वी की आपत्ति के बाद यह फैसला लिया गया है।
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जदयू में महनार से प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार भोरे, सोनवर्षा से मंत्री रत्नेश सदा, राजपुर से पूर्व मंत्री संतोष निराला, वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, जमालपुर से शैलेश कुमार और झाझा से दामोदर रावत को टिकट दिया गया है। वहीं लालू प्रसाद यादव ने मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र, जदयू से हाल ही में गए परबत्ता के विधायक डॉक्टर संजीव सिंह, हथुआ से राजेश कुमार, मटियानी से बोगो सिंह, मसौढ़ी से रेखा पासवान, संदेश से दीपू सिंह, मधेपुरा से चंद्रशेखर, हिलसा से शक्ति यादव को चुनाव चिन्ह थमा दिया है। इसके अलावा साहेबपुर कमल से ललन यादव, नोखा से अनीता देवी, ब्रह्मपुर से शंभू यादव, मीनापुर से मुन्ना यादव, समस्तीपुर से अब्दुल इस्लाम शाहीन और दरभंगा से ललित यादव सहित कई नेताओं को लालू ने दे दिया है।
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बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होना है। इसमें से पहला चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि 14 नवंबर को परिणाम घोषित होगा। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा- बीजेपी, जनता दल (यू) को खत्म करने की योजना बना रही है और मुख्यमंत्री भी इसके बारे में जानते हैं। अभी तो उन्हें एक ही स्तर पर रखा गया है, लेकिन चुनाव के बाद बीजेपी इसे खत्म कर देगी। देखते हैं आगे क्या होता है।
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