- देशी-विदेशी भक्त और दर्शनार्थियों की भीड़ जमा है धाम में
- 23 को बंद हो जाएंगे कपाट,हेलीकाप्टर सेवा में होगी बंदॉ
- अंतिम दिनों में जोर पकड़ रही है यात्रा,श्रद्धालुओं का तांता
अशोक पांडेय
देहरादून। उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध तीर्थस्थल केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहब में अक्टूबर महीने के पहले ही सप्तानह में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी के साथ ही इलाके में ठंड बढ़ गई है और तापमान में काफी गिरावट आई है है। मंगलवार को केदारनाथ में 5 डिग्री तक तापमान गिर गया है। वहीं बर्फबारी के बावजूद देशी-विदेशी भक्त और दर्शनार्थियों की भीड़ धाम में बनी हुई है। मौसम विभाग ने आज भारी बारिश और बर्फबारी का रेड अलर्ट भी जारी किया है।

मंदिर प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए अलाव और अन्य व्यवस्थाएं की हैं। केदारनाथ धाम में मौसम खराब होने के कारण आज दोपहर बाद हेलीकॉप्टर सेवाएं भी प्रभावित रहीं। बर्फबारी के बाद भी श्रद्धालु दर्शन के लिए कतार में खड़ें हैं। इस बीच वे बर्फबारी का आनंद लेते भी दिख रहे हैं। हेमकुंड साहिब में 2-3 इंच स्नोफॉल हुआ। मौसम विभाग ने 7 अक्टूबर को भारी बारिश-बर्फबारी का रेड अलर्ट जारी किया है। इस वक्त चारधाम यात्रा का दूसरा दौर चल रहा है। रोजना 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं।

वहीं देवभूमि उत्तराखंड की केदारनाथ धाम यात्रा अपने अंतिम चरण में है। 23 अक्टूबर को भैया दूज के मौके पर बाबा केदारनाथ का कपाट बंद हो जाएंगे और इसके साथ ही केदारनाथ धाम के लिए संचालित होने वाली हेलीकॉप्टर सेवाएं भी बंद हो जाएंगी।

12 अक्टूबर तक की बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी है। अब यात्री 13 से 23 अक्टूबर तक की यात्रा के लिए अपने टिकट बुक कर सकेंगे और इसके बाद हेली सेवा कपाट खुलने तक बंद कर दी जाएगी। हालांकि बीच में मौसम खराब होने के चलते यात्रा को कई बार रोका गया, लेकिन अब मौसम सही होने पर यह यात्रा अंतिम दिनों में जोर पकड़ रही है और भारी संख्या में श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं।

