- उन्हें और चीफ सेक्रेटरी को देख हर कोई हैरान, कहने लगे अरे DGP साहब ई-रिक्शे में
ए अहमद सौदागर
- भँवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो कहाँ तक चलोगे किनारे किनारे …
- दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए …
- उसे गुमा है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है …
तीर खाने की हवस है तो जिगर पैदा कर सरफ़रोशी की तमन्ना है तो सर पैदा कर किसी शायर की ये पंक्तियां यूपी के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण पर सटीक बैठ रही है। बताया जा रहा है कि पूरे काफिले यानी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के साथ डीजीपी राजीव कृष्ण जनपद मथुरा की सरजमीं पर पहुंचे। बताया जा रहा है साधारण ज़िन्दगी बसर करने वाले पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण मंदिर से पहले ही काफिले को रूकवाया तो सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी सन्न रह गए।
वह अपनी सरकारी वाहन से उतरते ही ई-रिक्शा चालक को इशारा किया और ई-रिक्शा में सवार होकर चल दिए। डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी के अलग अंदाज देख वहां मानों चर्चा का विषय बन गया और लोग एक-दूसरे में चर्चा करते हुए कहा कि अरे डीजीपी साहब ई-रिक्शा में सवार होकर जा रहे हैं।
