महाभारत के संजय बने DIG कारागार!

  • लखनऊ में बैठकर हो रही मेरठ, बरेली और गोरखपुर परिक्षेत्र के जेलों की निगरानी
  • एक-एक IPS के पास दो-दो जेल परिक्षेत्र की जिम्मेदारी

राकेश यादव

लखनऊ। प्रदेश कारागार विभाग के IPS, DIG महाभारत के संजय बन गए है। यह बात सुनने और पढ़ने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है। विभाग के दो DIG जेल मुख्यालय में बैठकर मेरठ और बरेली परिक्षेत्र की करीब दो दर्जन जेलों की निगरानी कर रहे है। ऐसा तब है जब दोनों परिक्षेत्र में DIG कार्यालय बने हुए हैं। शासन ने कारागार विभाग में डीआईजी की संख्या कम होने की वजह से शासन ने जेल विभाग में चार IPS हेमंत कुटियाल, राजेश श्रीवास्तव, सुभाष शाक्य और कुंतल किशोर को बतौर DIG जेल तैनात किया गया है। इसमें दो IPS अधिकारियों को जेल परिक्षेत्र व मुख्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक जेल मुख्यालय में तैनात IPS सुभाष शाक्य मुख्यालय के साथ मेरठ परिक्षेत्र की मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देवबंद और बागपत आठ जेलों की जिम्मेदारी संभाल रहे है। इसी प्रकार कुंतल किशोर बरेली परिक्षेत्र की सेंट्रल जेल बरेली, जिला जेल बरेली, बंदायु, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, रामपुर और बिजनौर जेल की निगरानी कर रहे है।

यही नहीं DIG जेल मुख्यालय अरविंद कुमार सिंह लखनऊ परिक्षेत्र की आदर्श कारागार, जिला जेल लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, लखीमपुर, हरदोई के साथ गोरखपुर परिक्षेत्र की जिला जेल गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, बलिया और मऊ जेल की लखनऊ में बैठकर निगरानी कर रहे है। इसी प्रकार प्रोन्नत आईपीएस राजेश श्रीवास्तव पुलिस के साथ प्रयागराज और वाराणसी जेल परिक्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। IPS हेमंत कुटियाल को अयोध्या परिक्षेत्र का प्रभार सौंपा गया है। सूत्रों का कहना है कि जेल विभाग की कार्यप्रणाली काफी जटिल है। विभागीय DIG जिस काम को आसानी से निपटा लेते है, उन कार्यों को करने में आईपीएस अधिकारियों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। इस संबंध में जब महानिदेशक व प्रमुख सचिव कारागार राजेश कुमार सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके निजी सचिव विनय सिंह ने उनके व्यस्त होने की बात कहते हुए बात कराने से मना कर दिया।

किसी भी मद का सरेंडर नहीं होना चाहिए बजट: प्रमुख सचिव

वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अब चंद दिन ही शेष बचे हुए है। बजट को लेकर प्रमुख सचिव व महानिदेशक कारागार राजेश कुमार सिंह इनदिनों लगातार जेल मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे है। सूत्र बताते है कि आए दिन हो रही इन बैठकों में अधिकारियों को साफ हिदायते दी गई है। कि निर्माण, आधुनिकीकरण, नजारत के आवंटित बजट को किसी भी स्थित में सरेंडर नहीं किया जाए। उन्होंने आधुनिकीकरण अनुभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि बजट सरेंडर करने के बजाए उसका इस्तेमाल होना चाहिए। इस संबंध में जब DIG जेल मुख्यालय अरविंद कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बैठक होने की बात तो स्वीकार की लेकिन और कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया।

Raj Dharm UP

दावे फेल जारी है हैवानियत: तमाम कोशिशों के बावजूद थम नहीं रहीं दुष्कर्म की घटनाएं

हिफाजत बनी चुनौती: राजधानी लखनऊ नाबालिग को बंधक बनाकर गैंगरेप पीड़ित परिवार की तहरीर पर नामजद रिपोर्ट दर्ज ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी में महिलाओं व लड़कियों की हिफाजत चुनौती बनती जा रही है। बीते दिनों हुई कई घटनाओं के मामले शांत भी नहीं पड़े कि राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची […]

Read More
Central UP Raj Dharm UP

मंत्री हलकान, प्रशासन परेशान, दो माह में आधा दर्जन बंदियों ने की जेल में आत्महत्या

जेलों में बंदियों की आत्महत्याओं पर एक्शन में जेलमंत्री! प्रमुख सचिव और डीजी जेल को घटनाएं रोकने के दिए निर्देश दो माह में आधा दर्जन बंदियों ने की जेल में आत्महत्या राकेश यादव लखनऊ। प्रदेश की जेलों में बंदियों के आत्महत्याओं की घटना को जेलमंत्री ने गंभीरता से लिया है। जेलमंत्री ने विभाग के आला […]

Read More
Raj Dharm UP

बैंकॉक से DEPORT स्क्रैप माफिया खेलने लगा खेल, अब इस कदम से मचा हड़कंप

खबर मिलते ही जेल प्रशासन में मचा हड़कंप, हाई सुरक्षा बैरक में रखा गया काना  रवि काना और काजल को पुलिस रिमांड पर लेकर करेगी पूछताछ रवि – सुंदर भाटी गिरोह के बीच चल दुश्मनी की बात आई सामने, जांच पड़ताल में जुटी पुलिस  ए अहमद सौदागर लखनऊ । सूबे की जेलों में हाई सुरक्षा […]

Read More