नौ महीने के लीप के साथ, दर्शक देखेंगे काव्या का रीबूट संस्करण

मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो ‘काव्या-एक जज़्बा एक जुनून’, में नौ महीने के लीप के साथ दर्शकों को काव्या का नया रूप देखने को मिलेगा।’काव्या-एक जज़्बा एक जुनून’, में काव्या के बहनोई, ओमी की मौत के साथ शो में एक हाई पॉइंट देखा गया है। गिरिराज की सौतेली मां बड़ी अम्मा द्वारा संचालित एक साजिश में, एक दुर्घटना में ओमी की मौत हो जाती है।

जबकि काव्या कोमा में है, लेकिन प्रधान परिवार को लगता है कि काव्या ने अपनी बहन नव्या की मौत का बदला लेने के लिए ओमी को मार डाला ।जब काव्या अंततः कोमा से बाहर आती है, तो उसे पता चलता है कि ओमी की मौत के लिए उस पर लगे हत्या के आरोप के कारण उसे आईएएस अधिकारी के रूप में उसकी भूमिका से निलंबित कर दिया गया है, और उसका प्रिय आदि अब उससे नफरत करता है क्योंकि उसका मानना है कि उसने ओमी को मार डाला है।

काव्या का किरदार निभाने वाली सुम्बुल तौकीर खान ने कहा,अब तक, दर्शकों ने काव्या के जीवन के हर चरण के उतार-चढ़ाव भरे सफर को देखा है और वो कैसे अपनी सूझबूझ से हर स्थिति से निपटती है। नौ महीने के लीप के साथ, दर्शक काव्या का नया रूप देखेंगे जो पहले से ज्यादा बेबाक और ज्यादा साहसी है। जो कुछ भी उसका है उसे वापस पाने का उसका दृढ़ संकल्प उसे अजेय बना देगा! हर स्थिति आपको कुछ न कुछ सिखाती है। काव्या ने यह सब सहा है लेकिन उसने हमेशा सही काम किया है। आगामी एपिसोड में, दर्शक काव्या का सफर देखेंगे जहां वो एक आईएएस अधिकारी के रूप में बहाल होने के साथ-साथ आदि का प्यार और विश्वास हासिल करने का इरादा रखती है। ‘काव्या-एक जज़्बा एक जुनून’, हर सोमवार से शुक्रवार शाम 7:30 बजे, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होता है।(वार्ता)

Entertainment

बात फिल्म इंड्रिस्ट्री के पहले “एंटी-हीरो” अशोक कुमार की….

शाश्वत तिवारी कलकत्ता से वकालत पढ़े अशोक कुमार को फिल्में देखना बहुत पसंद था। वो क्लास के बाद वे अपने दोस्तों के साथ थियेटर चले जाते थे। तब आई हीरो के. एल. सहगल की दो फिल्मों से वे बहुत प्रभावित हुए – ‘पूरण भगत’ (1933) और ‘चंडीदास’ (1934)। वे तत्कालीन बंगाल में आने वाले भागलपुर […]

Read More
Entertainment

पुण्यतिथि पर विशेषः जब नौशाद ने मुगल-ए-आजम का संगीत देने से कर दिया था मना

पांच मई को दुनिया से रुखसत हुए थे, 25 दिसम्बर 1919 को जन्मे थे नौशाद मुंबई। वर्ष 1960 में प्रदर्शित महान शाहकार मुगल-ए-आजम के मधुर संगीत को आज की पीढ़ी भी गुनगुनाती है लेकिन इसके गीत को संगीतबद्ध करने वाले संगीत सम्राट नौशाद ने पहले मुगल-ए-आजम का संगीत निर्देशन करने से इंकार कर दिया था। […]

Read More
Entertainment

‘पुकार- दिल से दिल तक’ में मुख्य भूमिका निभाएंगी सायली सालुंखे

एक मां और दो बेटियों के जीवन की नई कहानी को देखकर रह जाएंगे दंग मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न अपने आगामी शो ‘पुकार दिल से दिल तक’ के साथ दर्शकों का दिल जीतनेके लिए तैयार है, जो प्यार, नुकसान, और मुक्ति की सम्मोहक कहानी है। यह शो जयपुर की पृष्ठभूमि परआधारित है, जहां आधुनिकता परंपरा […]

Read More