यूपी के कॉन्टेंट क्रिएटर रिस्की रिकी हर महीने 100 हजार सब्सक्राइबर्स को अपना बना रहे हैं,

बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के रहने वाले कॉन्टेंट क्रिएटर रिस्की रिकी व्लॉगिंग की दुनिया में एक नया चेहरा हैं और यूट्यूब प्लेटफॉर्म से जुड़ने के महज़ तीन महीनों में ही वे एक बहुत बड़ी संख्या में फॉलोअर्स का आँकड़ा पार कर चुके हैं। रिस्की रिकी हर महीने 100 हजार सब्सक्राइबर्स जोड़ रहे हैं और कुछ ही महीनों में उनका चैनल लगभग 290 हजार सब्सक्राइबर्स का आँकड़ा पार कर चुका है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि उनकी इस अपार सफलता का पूरा श्रेय उनके उस मनोरंजक कॉन्टेंट को जाता है, जो वे दिल छू लेने वाले पारिवारिक पल और गुदगुदाने वाली शरारतों के साथ अपने फॉलोअर्स को परोसते हैं। रिस्की रिकी को सिंगापुर स्थित क्रिएटर टेक कंपनी, एनिमेटा द्वारा ऑनबोर्ड किया गया है, जो डिजिटल क्रिएटर्स बनाने और उन पर ध्यान केंद्रित करने पर आधारित कंपनी है।

रिस्की रिकी द्वारा बनाए गए खूबसूरत पारिवारिक पलों और गुदगुदाती शरारतों के इस अनूठे मिश्रण को हर उम्र के दर्शकों द्वारा पसंद किया जाता है। रिस्की रिकी की सफलता का श्रेय उनके भाई लखन से मिली सलाह को भी दिया जा सकता है। लखनीत फेम, लखन भी एक प्रसिद्ध कॉन्टेंट क्रिएटर हैं। रिस्की रिकी के कॉन्टेंट क्रिएटर बनने के सफल सफर में लखन का अहम् योगदान है।वे कहते हैं, ‘मैं हमेशा से ही ऐसा कॉन्टेंट बनाना चाहता हूँ, जिसे हर उम्र के लोग पसंद करें। मैं चाहता हूँ कि पूरा परिवार एक साथ बैठकर मेरे कॉन्टेंट का लुत्फ उठा सके। यह मेरे सफर की शुरुआत है, और मैं नए विचारों के माध्यम से अपने फॉलोअर्स का मनोरंजन करने के उद्देश्य से बड़ी मात्रा में कॉन्टेंट की पेशकश करने के लिए तत्पर हूँ। रिस्की रिकी अपने चैनल के माध्यम से नए स्थानों को कवर करते हैं। दर्शक उनके नई जगहों वाले रोमांचक कॉन्टेंट का इंतजार करते हैं, जो उनके जुनून और रोमांच की कहानी बयाँ करते हैं। वे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं और अपने कॉन्टेंट के माध्यम से अपने क्षेत्र से दर्शकों को रूबरू कराने पर गर्व महसूस करते हैं।

Entertainment

बात फिल्म इंड्रिस्ट्री के पहले “एंटी-हीरो” अशोक कुमार की….

शाश्वत तिवारी कलकत्ता से वकालत पढ़े अशोक कुमार को फिल्में देखना बहुत पसंद था। वो क्लास के बाद वे अपने दोस्तों के साथ थियेटर चले जाते थे। तब आई हीरो के. एल. सहगल की दो फिल्मों से वे बहुत प्रभावित हुए – ‘पूरण भगत’ (1933) और ‘चंडीदास’ (1934)। वे तत्कालीन बंगाल में आने वाले भागलपुर […]

Read More
Entertainment

पुण्यतिथि पर विशेषः जब नौशाद ने मुगल-ए-आजम का संगीत देने से कर दिया था मना

पांच मई को दुनिया से रुखसत हुए थे, 25 दिसम्बर 1919 को जन्मे थे नौशाद मुंबई। वर्ष 1960 में प्रदर्शित महान शाहकार मुगल-ए-आजम के मधुर संगीत को आज की पीढ़ी भी गुनगुनाती है लेकिन इसके गीत को संगीतबद्ध करने वाले संगीत सम्राट नौशाद ने पहले मुगल-ए-आजम का संगीत निर्देशन करने से इंकार कर दिया था। […]

Read More
Entertainment

‘पुकार- दिल से दिल तक’ में मुख्य भूमिका निभाएंगी सायली सालुंखे

एक मां और दो बेटियों के जीवन की नई कहानी को देखकर रह जाएंगे दंग मुंबई। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न अपने आगामी शो ‘पुकार दिल से दिल तक’ के साथ दर्शकों का दिल जीतनेके लिए तैयार है, जो प्यार, नुकसान, और मुक्ति की सम्मोहक कहानी है। यह शो जयपुर की पृष्ठभूमि परआधारित है, जहां आधुनिकता परंपरा […]

Read More