देखिए सूरज बड़जात्या की लेटेस्ट फिल्म ‘ऊंचाई’ का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर, सिर्फ ज़ी सिनेमा पर,

कहते हैं मंजिल से ज्यादा जरूरी होता है सफर। छोटी-छोटी खुशियां और बड़े-बड़े गम ही ज़िंदगी को जीने लायक बनाती है। इसी जज़्बात का जश्न मनाते हुए ज़ी  आज ही होगा दोपहर 12:30 बजे फिल्म ऊंचाई का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर लेकर आ रहा है। ये एक ऐसे सफर की कहानी है, जो अपने दोस्त की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए शुरू होता है, और आगे चलकर दोस्ती, परिवार, प्यार, अपनेपन और जज़्बातों के मायने सिखा देता है। अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, नीना गुप्ता, सारिका और डैनी डेन्जोंगपा जैसे दिग्गज और टैलेंट के पावरहाउस कलाकारों से सजी फिल्म ऊंचाई एक मुकम्मल कहानी है, जो आपके दिलों में खुशियां भर देती है। हम आपके हैं कौन, विवाह और हम साथ साथ हैं जैसी फिल्मों के निर्माता सूरज बड़जात्या की ओर से पेश की गई दोस्ती, जज़्बातों और रिश्तों की ये दिल छू लेने वाली कहानी एक बार फिर पारिवारिक मूल्यों का महत्व बताती है।

राजश्री की हर कहानी सादगी से सराबोर होती है। और फिल्म ऊंचाई में वो सबकुछ है, जो आप राजश्री की एक फिल्म में देखना चाहते हैं। जहां यह बैनर स्वच्छ पारिवारिक फिल्में बनाने के अपने 75 वर्षों का जश्न मना रहा है, वहीं इस फिल्म से सूरज बड़जात्या ने सात साल बाद बतौर निर्देशक पर्दे पर वापसी की है। इस फिल्म में अलग-अलग जज़्बात हैं जैसे प्यार, गम, सपने, ख्वाहिशें, दोस्ती, नाकामियां, आत्मविश्वास, शिद्दत और अपनों से किया वादा! ऐसे में रविवार दोपहर को यह पूरे परिवार के लिए एक देखने लायक फिल्म है।

सूरज बड़जात्या ने कहा कि सिनेमा में इतनी ताकत है कि यह एक परिवार को साथ लाकर उन्हें एक बढ़िया वक्त गुजारने का मौका दे सकता है। राजश्री में, हम हमेशा ऐसी फिल्में बनाने का प्रयास करते रहे हैं, जिनमें हम पारिवारिक मूल्यों की अहमियत बता सकें और उन्हें ज़िंदा कर सकें। जहां हम अपने बैनर के 75 साल सेलिब्रेट कर रहे हैं, वहीं हम छोटी-छोटी जरूरी बातों को पर्दे पर दिखाते रहे हैं, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। मुझे उम्मीद है कि ऊंचाई में भी यही नजर आया है और ज़ी सिनेमा के दर्शकों को भी वही प्यार महसूस होगा, जो हम इस फिल्म के जरिए फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

नीना गुप्ता कहती हैं कि मैं लंबे समय से सूरज बड़जात्या के साथ काम चाह रही थी और इस फिल्म के साथ आखिरकार मुझे कुछ ऐसा करने का मौका मिला, जो लोगों के दिलों को छू जाए। ये फिल्म अपने आप में एक इमोशन है और तुरंत अपनेपन का एहसास कराती है। अपनी ज़िंदगी में भी मुझे अपने परिवार से ऐसी ताकत मिलती है – हम अपनी-अपनी ज़िंदगी जीते हुए बिना किसी मतलब के एक दूसरे को सपोर्ट कर रहे हैं। इसलिए, मुझे पता था कि इस फिल्म का क्या मतलब है। इस फिल्म ने मुझे एक बार फिर सिखाया है कि अपनों को संजोकर रखना कितना जरूरी है।”

अनुपम खेर ने कहा, “ऊंचाई एक ऐसा सफर था, जो व्यक्तिगत होने के साथ-साथ अद्भुत भी था! मैं राजश्री प्रोडक्शंस परिवार की शुरुआत से ही इसका हिस्सा रहा हूं, और इस तरह की फिल्म के साथ राजश्री के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए ऐसा लग रहा है जैसे ज़िंदगी घूमकर फिर वहीं आ गई हो। मेरा किरदार चिड़चिड़ा और अड़ियल है और मुझे यकीन है कि हम सभी के परिवार या दोस्तों में एक न एक ऐसा व्यक्ति जरूर होता है। यही खूबी इस फिल्म को संडे फैमिली वॉच के लिए परफेक्ट बनाती है। आप इसके हर किरदार को अपने परिवार के किसी एक व्यक्ति से जोड़ पाएंगे।”

ये तीन दोस्तों की कहानी है, जो बेहद उतार-चढ़ाव भरे एक सफर पर जाने का फैसला करते हैं। क्या वे अपनी मंज़िल तक पहुंच पाएंगे? या फिर वो अपने रास्ते में आने वाली मुश्किलों से हार जाएंगे? जहां वे अपनी शारीरिक सीमाओं से संघर्ष करते हैं और सही मायनों में यह सीखते हैं कि आज़ाद होने का सच्चा मतलब क्या होता है।

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