अरबाज के बाद एक और गैंग का किला ढहा
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में सन सन गोली की बौछार करने वाले 50 हजार के इनामी शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान को भी पुलिस ने सोमवार को मुठभेड़ में मार गिराया। उस्मान ने ही उमेश पाल पर सबसे पहले गोलियों की बौछार की थी। इस गिरोह में शामिल और भी कई पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिनकी ख़ोज में पुलिस की टीमें उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
इससे पहले 27 फरवरी को बदमाश अरबाज को मुठभेड़ में मार गिराया था। अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। उमेश की हत्या 24 फरवरी को करीब सात शूटर्स ने की थी। प्रयागराज पुलिस ने एनकाउंटर का सटीक समय अभी नहीं बताया है। हालांकि, यह तड़के चार से पॉच बजे के बीच बताया जा रहा है। उस्मान की फायरिंग में एक सिपाही नरेंद्र भी जख्मी हो गया, जबकि जवाबी फायरिंग में उस्मान को गोली लगी। पुलिस उसे तुरंत एसआरएन हॉस्पिटल लेकर आई। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
शूटर उस्मान का कराया गया था धर्म परिवर्तन
24 फरवरी को जैसे ही उमेश गाड़ी से उतरा, उस्माम ने फायरिंग शुरू कर दी। उस्मान की गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गया था। इसका पूरा CCTV फुटेज सामने आया था। पहले पुलिस ने उस्मान पर 50 हजार का इनाम रखा था। विजय उर्फ उस्मान चौधरी के बारे में बताया जाता है कि वह अतीक गैंग का शार्प शूटर था। माफिया अतीक के गैंग D-22सात को ज्वाइन करने के बाद विजय चौधरी का धर्म परिवर्तन कराया गया था। उस्मान नाम अतीक के गैंग ने ही दिया था। इस बात की पुष्टि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने की है। इसका एक हिस्ट्रीशीटर भाई राकेश चौधरी इस समय नैनी सेंट्रेल जेल में बंद है। उस पर 12 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।
2020 में उस्मान ने की थी शादी
उस्मान कौंधियारा के बमौखर गांव का रहने वाला था। 2020 में उसने गांव की ही एक लड़की को भगाकर शादी की थी। इस समय वह घुरपूर इलाके में पत्नी के साथ किराए के कमरे में रहता था। उस्मान के पिता का नाम वीरेंद्र चौधरी है। वह चार भाई में तीसरे नंबर पर था। बड़ा भाई राकेश चौधरी भी वाहन चोर बताया जा रहा है। वह अभी जेल में बंद है। बाकी, दो भाई अजय और विपिन डीजे बजाने का काम करते हैं। उस्मान पहले वाहन चोर था। इसके खिलाफ प्रयागराज के कीडगंज थाने में कई मुकदमें दर्ज थे।
सात शूटर्स थे, दो मारे गए, पॉच फरार
उमेश पाल हत्याकांड में सात शूटर्स शामिल थे। इनमें से दो का एनकाउंटर कर दिया है। पॉच की तलाश की जा रही है। इन पर पुलिस ने इनाम राशि को रविवार को बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दिया था। इनके अलावा, अतीक अहमद, उसकी अशरफ पत्नी शाइस्ता परवीन, उसका भाई अशरफ और उनके बेटे समेत कई लोगों को आरोपी बनाया है। अतीक अहमद अहदाबाद और अशरफ बरेली की जेल में बंद है। अतीक के बेटे हत्याकांड के बाद से फरार हैं।
लालापुर में छिपा था उस्मान, पुलिस ने घेरा
प्रयागराज SOG और पुलिस के मुताबिक, उस्मान प्रयागराज के कौंधियारा के लालापुर में छिपा था। वह लालापुर का ही रहने वाला था। यहां एसओजी की टीम ने घेराबंदी की तो उस्मान ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगी। बताया जा रहा है कि उसको दो गोली लगी है। हालांकि, पुलिस की तरफ से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई।
उमेश पाल हत्याकांड का दूसरा एनकाउंटर,
इस हत्याकांड में पुलिस ने 2सात फरवरी को भी एक बदमाश अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया था। दावा किया कि अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। फिर वारदात के बाद वापस चकिया लेकर आया था। 2सात फरवरी को सुलेमसराय के नेहरू पार्क के पास अरबाज का एनकाउंटर किया गया था।
44 सेकेंड में उमेश पाल हत्याकांड दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हुई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
योगी ने कहा था-माफिया को मिट्टी में मिला देंगे
उत्तर प्रदेश विधानसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच जमकर बहस हुई। CM योगी ने सदन में कहा, ‘हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। अपराधी को सांसद बनाओ फिर तमाशा करो। योगी ने कहा कि सपा माफियाओं की पोषक है। बताया गया है कि राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है, उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया।