संकष्टी चतुर्थी:  बप्पा के इस स्वरूप की पूजा से दूर होंगे विघ्न

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता


फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन विघ्नहर्ता गणेश की आराधना पूरे विधि विधान से की जाती है।  फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। मान्यता है जो भक्त इस दिन गौरी गणेश की आराधना, कथा का पाठ करता है उसे भाग्य खुल जाते हैं और सुख-समृद्धि से जीवन भर जाता है।

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी

फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 09 फरवरी 2023 को सुबह 06 बजकर 23 मिनट से शुरू होगी और 10 फरवरी 2023 को सुबह 07 बजकर 58 मिनट पर चतुर्थी तिथि खत्म होगी। ऐसे में 9 फरवरी 2023 को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा।

क्या आप भी रखते हैं गाड़ी की डिक्की में ये चीजें? आज ही निकालें बाहर नहीं तो झेलना पड़ेगा शनि का कहर

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का मुहूर्त

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र गणेश की पूजा के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। कहते हैं संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रमां की पूजा के बिना व्रत का पारण नहीं करना चाहिए। 9 फरवरी 2023 को चंद्रमा की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त रात 09 बजकर 25 मिनट है। मान्यता है कि इस दिन चांद की अराधना से आरोग्य का वरदान मिलता है और चंद्र दोष दूर होते हैं। साधक मानसिक तनाव से मुक्त हो जाता है।

सुकर्मा योग- 08 फरवरी 2023, शाम 04.31 – 09 फरवरी 2023, शाम 04 बजकर 46

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी महत्व 

 द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के 32 रुपों में से उनके 6वें स्वरूप की पूजा की जाती है। द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत के परिणाम स्वरूप साधक को धन, सुख, व्यापार में वृद्धि और ग्रह दोष का अंत होता है। मान्यता है कि इस दिन दूर्वा, सुपारी, लाल फूल से गणपति की खास पूजा की जाती है।

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणपति को पूजा 11 दूर्वा गांठ चढ़ाएं और फिर 108 बार ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥ इस मंत्र का जाप करें. मान्यता है कि इस विधि से गौरी पुत्र गजानन की पूजा करने पर सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ की प्राप्ति होती है। परिवार में चल रहे जमीन-जायदाद के विवाद की समस्या का समाधान होता है।


ज्योतिषी और हस्तरेखाविद/ सम्पर्क करने के लिए मो. 9611312076 पर कॉल करें,


 

Religion

जानकी नवमी आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा और महत्व

सीता नवमी 2024 कब है पूजा मुहुर्त और क्या है इसकी कथा, जानने के लिए क्लिक करें राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को माता सीता की जयंती मनाई जाती है। इसे सीता नवमी या जानकी नवमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन को माता सीता […]

Read More
Religion

यदि नौकरी, व्यवसाय में आ रही है बाधा तो पहने यह माला, व्यवधान हो जाएगा खत्म

यदि नौकरी, व्यवसाय में आ रही है बाधा तो पहने यह माला, व्यवधान हो जाएगा खत्म शरीर में आत्मविश्वास और ऊर्जा बढ़ाने के लिए आप भी धारण कर सकते हैं गुलाबी हकीक माला गुलाबी हकीक माला पहनने के चमत्कारी लाभ ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा -9415087711 सूर्य ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गुलाबी हकीक माला […]

Read More
Religion

महिलाओं को ये तीन ग्रह करते हैं सबसे ज्यादा प्रभावित

राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद मान्यता अनुसार हस्तरेखा के प्रेडिक्शन के दौरान महिलाओं का उल्टा हाथ देखा जाता है उसी तरह कुंडली देखने का तरीका भी भिन्न होता है क्योंकि महिलाओं की कुंडली में अनेक भिन्नता होती है। महिलाओं की कुंडली में नौवां स्थान या भाव से पिता और सातवां स्थान या भाव से पति […]

Read More