हाईटेक हुए गिरोह के सदस्य बनाया प्रदेशव्यापी नेटवर्क
कई एसटीएफ की रडार पर
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। प्रतियोगी परीक्षाओं प्रश्न लीक कराने और दूसरे के स्थान पर परीक्षा कराने वाले गिरोह का शिकंजा पूरे प्रदेश की परीक्षाओं पर कस रहा है। शिक्षा माफियाओं की घुसपैठ का आलम यह है कि यूपी के अलग-अलग जिलों के अलावा बिहार तक है, जहां से गिरोह का आका नेटवर्क को चला रहा है। विभिन्न उत्तर प्रदेश के अलावा विभिन्न राज्यों में सक्रिय गिरोह का मुखिया एक दूसरे से ताल्लुक बनाए हैं। इस गठजोड़ प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कराने, अभ्यर्थी एकत्र करने, सॉल्वर बैठाने और किसी परीक्षार्थी की जगह अन्य को बैठाने का रैकेट बड़े पैमाने पर चल रहा है। शनिवार और रविवार को लखनऊ समेत यूपी के अलग-अलग जिलों में हुई टीईटी 2022 परीक्षा में पकड़े गए एक दर्जन सॉल्वरों के बाद एक बार फिर सच सामने आ गया कि इनका गिरोह खत्म होने के बजाए बढ़ता नजर आ रहा है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक अधिसूचना संकलन में जिन गिरोहों का खुलासा हुआ है कि बिहार निवासी एक शख्स है जो वहीं से बैठकर सॉल्वर बैठाने का रैकेट चला रहा है। उन्होंने बताया कि सभी गिरोहों को एसटीएफ ने रडार पर रखा है। फिर भी कोई न कोई गिरोह किसी न किसी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराने में कामयाब हो जाता है। जानकारों की मानें तो शनिवार और रविवार को पकड़े गए सॉल्वरों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि नक़ल कराने के धंधे में आने के बाद शाहखर्ची की लत पड़ गई। फिलहाल कई ऐसे सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह हैं, जिनकी गर्दन तक पहुंचने के लिए एसटीएफ ने जाल बिछा दिया है।