मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप शासनादेश जारी नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
बोले, पांच वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने रोजगार सेवकों के हित में की थी कई घोषणाएं
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश रोजगार सेवक संघ ने मंगलवार को कलक्ट्रेट में बैठक कर संवर्ग से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम न्यायिक संत कुमार को सौंपा। प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार मिश्र ने कहा कि पांच वर्ष पूर्व चार अक्तूबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने लखनऊ के डिफेंस एक्स्पो मैदान में रोजगार सेवकों समेत मनरेगा कर्मियों के हित में कई घोषणाएं की थीं पर अब तक धरातल पर नहीं उतर सकीं। आज भी सभी को शासनादेश का इंतजार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप शासनादेश जारी न हुआ तो संगठन हर स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होगा।
जिलाध्यक्ष सुनील चतुर्वेदी ने ग्राम रोजगार सेवकों से मूल ग्राम पंचायत के साथ रिक्त ग्राम पंचायतों का कार्य लिए जाने, रोजगार सेवकों की मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को समायोजित करने, राज्य वित्त, केंद्रीय वित्त एवं अन्य निधियों से श्रमिकों की मजदूरी भुगतान मनरेगा से करने, मस्टरोल पर अनिवार्य हस्ताक्षर कराने, प्रत्येक माह प्रदेश और जिला स्तर पर समस्याओं का समाधान कराने के लिए बैठक कराने की मांग की। बाद में मांगों से संबंधित मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम न्यायिक संत कुमार को सौंपा गया। इस मौके पर अनुज त्रिपाठी, उपेंद्र कुमार पांडेय, उमाकांत वर्मा, बबलू मिश्र, अमित श्रीवास्तव, संतोष कुमार, ध्रुवपाल, सुरेंद्र मिश्र आदि मौजूद रहे।