शोक मनाना भी बना अपराध: नोबेल विजेता नरगिस मोहम्मदी की गिरफ्तारी से सवालों में ईरान

ईरान में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी की ताज़ा गिरफ्तारी ने एक बार फिर देश की मानवाधिकार स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक मृत वकील की स्मृति सभा में शामिल होना ऐसा अपराध बन गया, जिसकी सजा हिरासत के रूप में दी गई। मशहद में आयोजित इस कार्यक्रम में सुरक्षा बलों ने न केवल नरगिस मोहम्मदी को हिरासत में लिया, बल्कि कई अन्य कार्यकर्ताओं को भी पकड़ा गया। वीडियो फुटेज में मोहम्मदी बिना हिजाब के मंच पर दिखाई दे रही थीं, जहां वे भीड़ से न्याय और शहीदों को याद करने का आह्वान कर रही थीं।

मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि यह कार्रवाई ईरान सरकार की असहिष्णुता को दर्शाती है। न्यूयॉर्क स्थित सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स इन ईरान के अनुसार, जब नागरिकों को शोक मनाने तक की आज़ादी नहीं होती, तो यह एक डर पर टिकी व्यवस्था को उजागर करता है। 80 से अधिक ईरानी वकीलों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। उनका कहना है कि खोसरो अलीकुर्दी की मौत और उसके बाद की गिरफ्तारियां कई संदेह पैदा करती हैं।

फिर शुरू होगी भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा

नरगिस मोहम्मदी पहले ही ईरानी जेलों में कठोर हालात झेल चुकी हैं। उन्होंने 2022 में महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए महिला आंदोलन का खुलकर समर्थन किया था। यही कारण है कि वे लंबे समय से सरकार की आंखों में खटकती रही हैं।

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फिर शुरू होगी भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा

नेपाल से पहली बार 26 दिसंबर से शुरू होगी 14 माह बाद बस सेवा शुरू उमेश चन्द्र त्रिपाठी वाराणसी। काशी से पशुपतिनाथ तक श्रद्धालुओं की सुविधा तथा भारत व नेपाल के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा को शुरू किया गया था। एक बस भारत से और दूसरी नेपाल से […]

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विदेश में फंसे भारतीयों के लिए रामबाण बना ‘मदद’ पोर्टल

शाश्वत तिवारी नई दिल्ली। भारत सरकार के पास विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों की शिकायतों को तुरंत दूर करने के लिए एक मजबूत और मल्टी-चैनल सिस्टम है। सरकार ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन, वॉक-इन, ईमेल, सोशल मीडिया, चौबीसों घंटे मल्टीलिंगुअल हेल्पलाइन, ओपन हाउस और ‘मदद’, ‘CPGRAMS’ और ‘ई-माइग्रेट’ जैसे खास […]

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विदेश मंत्रालय के ई-सनद पोर्टल पर प्रोसेस हुए 10 लाख डॉक्यूमेंट्स

शाश्वत तिवारी नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने साल 2017 में ई-सनद पोर्टल लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य कॉन्टैक्टलेस, फेसलेस, आसान, किफायती और कुशल ऑनलाइन अटेस्टेशन और एपोस्टिल सर्विस देना है। पोर्टल को लेकर अभी तक अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और 30 नंवबर 2025 तक पोर्टल पर कुल 10,17,420 डॉक्यूमेंट्स प्रोसेस किए गए […]

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