- स्मृति मंधाना, मोर्टल, रणविजय और सृष्टि तावड़े के साथ बोल्डनेस का नया एंथम!
जयपुर । रॉयल चैलेंज पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर ने अपनी ‘चूज़ बोल्ड’ फिलॉसफी को नई ऊंचाई दी है। ब्रांड ने ‘मैं नहीं तो कौन बे’ कैंपेन लॉन्च किया है – एक ऐसा मूवमेंट जो सेल्फ-बिलीफ, बेबाकी और अपने रास्ते खुद बनाने के जज़्बे को सलाम करता है। इस कैंपेन में क्रिकेट स्टार स्मृति मंधाना, यूथ आइकॉन रणविजय सिंघा, गेमिंग लेजेंड नमन ‘मोर्टल’ माथुर और रैपर सृष्टि तावड़े एक साथ आए हैं। सृष्टि के इसी नाम के पावरफुल ट्रैक पर बनी फिल्म युवाओं को सीधा संदेश देती है – डर छोड़ो, अपनी शर्तों पर जियो! कैंपेन फिल्म जोश से शुरू होती है। स्मृति मैदान पर बाउंड्री पार करतीं, रणविजय बिना झिझक आगे बढ़ते, मोर्टल गेमिंग लॉबी में रणनीति बनाते और सृष्टि माइक थामकर दमदार लाइनें मारतीं। हर फ्रेम चीख-चीखकर कहता है – अगर मैं नहीं, तो कौन?
स्मृति मंधाना ने कहा, “बोल्ड होना मतलब सही मौके पर सही शॉट खेलना। यह कैंपेन मुझे याद दिलाता है कि हर चुनौती में खुद पर भरोसा ही जीत दिलाता है।” रणविजय सिंघा बोले, “बोल्डनेस तेज बोलने में नहीं, सही बात पर डटे रहने में है। यह कैंपेन कहता है – जिम्मेदारी लो और बोल दो, मैं नहीं तो कौन बे!” मोर्टल ने कहा, “गेमिंग हो या जिंदगी, हर मैच खुद पर विश्वास का इम्तिहान है। यह लाइन मेरे हर क्लच प्ले का मंत्र है।” सृष्टि तावड़े ने जोड़ा, “अपने सपनों के लिए बोल्ड रहना मेरे लिए ऑक्सीजन है। यह गाना और कैंपेन हर उस इंसान की आवाज है जो डर को नजरअंदाज कर आगे बढ़ रहा है।”
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डियाजियो इंडिया के मार्केटिंग हेड वरुण कूरिच ने कहा, “आज का भारत बोल्ड भारत है। क्रिकेट हो, गेमिंग हो या म्यूजिक – हर फील्ड में युवा अपनी शर्तों पर खेल रहे हैं। ‘मैं नहीं तो कौन बे’ उसी आत्मविश्वास का जश्न है। हमने अलग-अलग दुनिया के आइकॉन्स को एक मंच पर लाकर दिखाया कि बोल्डनेस अब हर जगह है।”
कैंपेन को इनॉरमस और गुड मॉर्निंग फिल्म्स ने बनाया है। डायरेक्टर शशांक चतुर्वेदी और म्यूजिक डब शर्मा, डी’ईविल, सृष्टि की टीम ने मिलकर ऐसा ट्रैक बनाया जो सुनते ही जोश भर दे। रॉयल चैलेंज इस कैंपेन के जरिए कह रहा है – डर, संकोच, ‘लोग क्या कहेंगे’ छोड़ो। अपना रास्ता खुद बनाओ, क्योंकि अगर तुम नहीं तो फिर कौन? यह सिर्फ एक कैंपेन नहीं, आज की जनरेशन का ऑफिशियल मंत्र है!
