आशीष द्विवेदी
बस्ती /रूधौली। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सोनहा थाना क्षेत्र के सेमरिया गांव स्थित मदरसे में रहने वाला अब्दुल रहमान उर्फ अब्दुल्ला खुद को रामदुलारे पुत्र स्वर्गीय रामलौट बताता था। उसके पास आधार कार्ड, वोटर आईडी और बैंक खाते तक रामदुलारे के नाम से थे।
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गौरतलब है कि असली रामदुलारे की मौत करीब 30 साल पहले हो चुकी थी। अब्दुल रहमान ने 2007 में यूपी आने के बाद मृत रामदुलारे की पहचान को अपना लिया और फर्जी दस्तावेज तैयार करवा लिए। इन फर्जी कागजातों के दम पर वह पिछले कई सालों से जमीन के सौदे और अन्य कारोबार कर रहा था।
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जब यह बात स्थानीय लोगों और प्रशासन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। मामला स्पेशल इंटेलिजेंस रीजन (SIR) तक पहुंचा। बस्ती SP ने तुरंत CO रूधौली को पूरी जांच सौंपी। जांच में पता चला कि अब्दुल रहमान मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और फर्जी हिंदू पहचान बनाकर लंबे समय से बस्ती में रह रहा था। फिलहाल उसके सभी फर्जी दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही है। पूछताछ में अब्दुल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जल्द ही उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
