- अस्पताल में घंटे भर पड़ा रहा शव, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। गोंडा जिले के कटरा बाजार क्षेत्र स्थित के ग्राम पंचायत सेल्हरी मंडप के मजरे सूबेदार पुरवा तालाब में कमल पुष्प निकालने गया दिनेश का 10 वर्षीय बेटा रवि गहरे पानी में फंस कर डूब गया। भतीजे को डूबता देख उसके साथ गयी उसकी बुआ राधा उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गई, लेकिन वह भी भतीजे के साथ गहरे पानी में डूब गयी। ग्रामीणों ने दोनों को बाहर निकाला और आनन-फानन में उसे करनैलगंज क्षेत्र स्थित अस्पताल पहुंचाया जहां इलाज के डाक्टरों की लापरवाही के चलते दोनों की मौत हो गई। समय पर इलाज न मिलने से परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
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परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में डेढ़ घंटे तक दोनों बच्चे स्ट्रेचर पर पड़े रहे, लेकिन कोई डॉक्टर देखने नहीं आया। जब उन्हे अस्पताल लाया गया था तो दोनों की सांस चल रही थी। अगर समय से डाक्टर उन्हे देख लेते और उपचार मिल जाता तो दोनों की जान बच सकती थी। आरोप है कि जब बच्चों को अस्पताल लाया गया तो अधिकतर डॉक्टर अस्पताल से गायब थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाल तेज प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
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