- घटना में इस्तेमाल गमछा व मोटरसाइकिल बरामद
- सलेमपुर इलाके में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। बीते 19 अगस्त 2025 को नगराम थाना क्षेत्र सलेमपुर गांव के पास स्थित नाले में छतौनी गांव निवासी 35 वर्षीय जिस रामफेर का शव मिला था उसकी हत्या की गई थी। इस सनसनीखेज मामले का राजफाश करते हुए नगराम पुलिस ने सोमवार को मृतक की पत्नी मीरा, बछरावां रायबरेली निवासी मृतक का मामा बसंत लाल व उसके साथी मौरावां उन्नाव निवासी केतार को गिरफ्तार कर किया है।

पुलिस को घटना में इस्तेमाल गमछा व मोटरसाइकिल बरामद हुई है। सनद रहे कि बीते 18 सितंबर गुरुवार की रात अपनी पत्नी मीरा के साथ खाना खा रहा था कि इसी दौरान किसी का फोन आया और रामफेर खाने की थाली छोड़कर घर से निकला, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। घर पहुंचने पर नाटकीय ढंग से पत्नी मीरा परिवार के अन्य लोगों के साथ तलाश शुरू की। दूसरे दिन यानी 19 सितंबर की सुबह रामफेर का शव छतौनी गांव से कुछ दूरी पर सलेमपुर अचाका गांव के पास नाले में पड़ा मिला था। खबर मिलते ही पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रामफेर को शराबी बताकर पल्ला झाड़ते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर मौत होने की पुष्टि होते ही पुलिस हरकत में आ गई और कातिलों की तलाश में जुट गई। पुलिस मृतक की पत्नी मीरा को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उसकी कई बातें विरोधाभास दिखी। पुलिस ने और कड़ाई से पूछताछ की तो वह अपना जुर्म इक़बाल करते हुए कहा कि उसका और उसके पति के मामा बसंत लाल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पूछताछ में पुलिस को बताया कि जानकारी मिलते उसका पति आए दिन लड़ाई-झगड़ा करता था।
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पति को रास्ते से हटाने के मीरा ने रामफेर के मामा बसंत लाल और उसके साथी केतार के साथ योजना बनाई और बसंत लाल ने धोखे से बुलाया और साथी के साथ मिलकर रामफेर की हत्या कर दी। खास बात यह है कि शुरूआती दौर में मीरा पड़ोसी रामतीरथ पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। पुलिस की सुझबुझ से फिलहाल निर्दोष जेल जाने से बच गया।
