- 20 जनपदों में जन शिकायतों में बढ़ोतरी होने पर भड़के DGP , जल्द ही मांगा जवाब
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। सूबे के अलग-अलग जिलों में बढ़ते अपराध की रोकथाम और मुकदमों का जल्द से जल्द निस्तारण करने के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने कांफ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ अफसरों के सभी अपराध पर समीक्षा बैठक की। इस दौरान यूपी के बीस जनपदों में जन शिकायतों में बढ़ोतरी मिलते ही DGP भड़क गए और जल्द से जल्द स्पष्टीकरण मांगा है। पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण नाराजगी जताते हुए चार जनपदों के पुलिस अफसरों और दो जनपदों के पुलिस कमिश्नर से जवाब मांगा है। बताते चलें कि पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार को यूपी के सभी जिलों के कमिश्नर जोन के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से आयोजित समीक्षा बैठक में यह बात खुलकर सामने आई।
पुलिस मुख्यालय से जारी हुई प्रेस नोट में बताया गया कि इस बैठक में मुख्य रूप से चार बिंदुओं- जन सुनवाई, कानून-व्यवस्था, साइबर अपराध और महिला सुरक्षा को लेकर समीक्षा की गई। पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण की समीक्षा बैठक में पाया कि 75 में से 56 जनपदों में जन-शिकायतों में कमी आई है, जबकि बीस जिलों में बढ़ोतरी हुई है। पुलिस महानिदेशक ने शासन की प्राथमिकताओं के अनुरूप जन-शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी जनपदों के जून, जुलाई और अगस्त के जनशिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की।
वहीं इन जिलों से स्पष्टीकरण
शिकायतों में बढ़ोतरी होने वाले बीस जनपदों में सर्वाधिक बढ़ोतरी वाले छह जिलों में शिकायतों के शिथिल पर्यवेक्षण पर डीजीपी ने बेहद नाराजगी जताई है। देवरिया, संभल, कौशांबी, बदायूं के पुलिस अधीक्षकों एवं गाजियाबाद तथा वाराणसी के पुलिस कमिश्नरों से जवाब मांगा है । पुलिस महानिदेशक ने हर एक जिले को फरमान देते हुए कहा कि उन थानों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया, जहां से लगातार जन शिकायतों में लापरवाही बरती गई है।
