पढ़ने में तेज श्रया की इच्छा थी स्कूल में टॉप करना
कौन सी मिली प्रताड़ना यह सवाल हर किसी को कर रहा बेचैन
चिल्ड्रन गर्ल्स स्कूल में छात्रा की हुई मौत का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। चिल्ड्रन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा श्रेया कामयाबी के शिखर की हसरतें समेटे हुए थी। वह पहली कक्षा से लेकर अब तक परीक्षा में नंबर ठीक-ठाक लाकर उसने अपने पर खोल लिए थे। आजमगढ़ जिले के हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज में अच्छी पढ़ाई करके वह अपने नन्हे परों से कामयाबी के आसमान को नाप लेना चाहती थी, लेकिन शायद नियति को यह मंजूर न था। श्रया किसी बात को लेकर इस कदर सहमी कि वह बर्दाश्त नहीं कर पाई और मौत को गले लगा लिया। श्रया घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया यह सुनते ही घर वाले और सहपाठियों ने उसकी सलामती के लिए दुआ की, लेकिन वह रास्ते में ही आखिरी सांस ले ली।
श्रया तिवारी की खता बस इतनी बताई जा रही है कि वह स्कूल में मोबाइल फोन लेकर गई थी। बताया जा रहा है कि श्रया मोबाइल फोन किसी के हाथों नहीं सौंपती थी। इसमें न सिर्फ उसका दर्द छलक रहा है, बल्कि उसके सपनों की बुनियाद भी तैयार होती दिखाई दे रही थी। पढ़ाई-लिखाई में अच्छी कहे जाने वाली 11 वीं की श्रया ने खौफनाक कदम क्यों उठाया यह सवाल फिलहाल हर किसी को बेचैन कर रहा है कि कौन सी ऐसी प्रताड़ना उसके साथ हुई कि वह बर्दाश्त नहीं कर सकी। छात्रा श्रया की सहेली की मानें तो शुक्रवार यानी 28 जुलाई को पहली बार उसे प्रधानाचार्य रूम में बुलाया गया था। वह वापस लौट कर आई तो परेशान नजर आ रही थी और कहा कि मेरा सम्मान कैसे वापस होगा।
स्कूल के जिम्मेदार अफसरों ने कौन सी ऐसी बात कह प्रताड़ित किया कि वह बर्दाश्त नहीं कर सकी और मौत को गले लगा घर वालों को हमेशा के लिए आंसू बहाने के लिए मजबूर कर दिया। पढ़ाई-लिखाई में तेज़ मानी जाने वाली छात्रा की हसरतें फिलहाल मोबाइल के इन्हीं मैसेजों में क़ैद होकर रह गई है। बताया जा रहा है कि स्कूल में भले ही उसे जिम्मेदार अधिकारी कुछ कहते फिर रहे हों लेकिन वह सबकी चहेती बनकर रखना चाहती थी। गौरतलब है कि बीते 31 जुलाई को आजमगढ़ जिले के हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली 11 वीं की छात्रा श्रया तिवारी ने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी।