- 14 मई को अपने दफ़्तर बुलाया, घरेलू नौकर के घर से मिली थी करोड़ों की नगदी
- दो लाख रुपये तो दफ्तर से दराज से भी हुए थे बरामद, अब क्या होगा अंजाम
नया लुक ब्यूरो
रांची। झारखण्ड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ED ने समन जारी किया है। ED ने उन्हें 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। पिछले दिनों मंत्री आलमगीर आलम के पीएस व निलंबित झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी संजीव लाल व इनके घरलू नौकर जहांगीर आलम के घर से करोड़ों की कैश बरामद हुई थी। ED ने संजीव लाल व जहांगीर आलम को सात मई की देर रात ही गिरफ्तार कर लिया था। वे फिलहाल ED की रिमांड पर हैं। इसी मामले में ED ने मंत्री को समन जारी किया है।
बता दें कि निलंबित मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम मामले की जांच के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने झारखण्ड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को आज रविवार को समन जारी किया है और उन्हें 14 मई को ED के राँची स्थित रिजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया है। अवैध खनन मामले की जांच के समय से ही ED के अधिकारियों की नजर उन पर थी, क्योंकि बरहरवा टोल विवाद मामले में दर्ज प्राथमिकी में उनका नाम शामिल था। पिछले दिनों इनके पीएस संजीव लाल व नौकर जहांगीर आलम के घर से करोड़ों के कैश बरामद होने के बाद ED ने इन्हें समन जारी किया है।
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बीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ED के अधिकारियों को कमीशनखोरी और बंटवारे को लेकर कई दस्तावेज मिले थे। उसी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने जांच शुरू की थी। बीरेंद्र राम का बयान भी दर्ज कराया गया था। ED को बीरेंद्र राम ने ग्रामीण विकास विभाग में जारी कमीशनखोरी की आद्योपांत पूरी जानकारी दी थी। इसके बाद छह मई को ED की टीम ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल व सहायक जहांगीर आलम के ठिकानों पर छापेमारी की थी। यहां 32 करोड़ से अधिक कैश बरामद हुए थे। इतना ही नहीं, संजीव लाल के प्रोजेक्ट भवन के कमरे के दराज से दो लाख नकद बरामद हुए थे।