उमेश तिवारी
नौतनवां/महराजगंज। पड़ोसी मुल्क नेपाल में भारतीय मुद्रा का भाव घटा है। पहले 100 रुपये के भारतीय नोट पर 160 रुपया नेपाली मिलता था, लेकिन अब 156 रुपये मिल रहे हैं। पिछले एक माह में नेपाली रुपया आश्चर्यजनक रूप से मजबूत हुआ है। नेपाल रिजर्व बैंक के विनिमय दर से भी कम मूल्य पर नेपाल मुद्रा का प्रचलन बहुत तेजी से हो रहा है। बताया जा रहा है कि भारतीय दो हजार की मुद्रा पर रोक के बाद नेपाल के लोगों के पास रखे भारतीय मुद्रा को बदल कर बैंक में जमा कर रहे हैं। जिससे सीमा क्षेत्र में भारतीय मुद्रा की अधिकता बढ़ गई है।
मनी चेंजर कारोबारी रवि कुमार निवासी बेलहिया ने बताया कि इस समय भारतीय एक सौ रुपए 156 नेपाली रुपए से नीचे आ गई है। सामान्य परिस्थितियों में 100 भारतीय की नेपाली कीमत 160 रुपए होती है। नेपाली और भारतीय मुद्रा के बीच विनिमय दर को स्थानीय भाषा में ‘बट्टा’ दर के रूप में जाना जाता है।
उद्योग वाणिज्य संघ के महासचिव कृष्ण प्रसाद घिमिरे ने बताया कि कारोबार में मंदी के कारण नेपाली मुद्रा बाजार से गायब हो गया है। कुछ व्यापारी निजी कारणों से भारत आने जाने के लिए भारतीय मुद्रा रखे हुए थे। वह भी नेपाल में बैंक व्याज दर के कारण भुगतान कर दे रहे हैं। नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है और सीमावर्ती नेपाल के कैसीनो में रोज भारी संख्या में भारतीय जुआ खेलते हैं जिससे काफी संख्या में भारतीय मुद्रा जमा होने से नेपाली मुद्रा की कीमत बढ़ गई है। भारत से कारोबार कम होने के कारण भी भारतीय रुपये की मांग भी कम हो गई है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल तहसील नौतनवां के अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने बताया कि नेपाल में व्याज दर बढ़ने के कारण सोनौली बाजार प्रभावित हुआ है। बेलहिया और भैरहवा में बहुत सी दुकान बंद हो गई है। आयात निर्यात प्रभावित होने से आम लोगों के पास रोजगार नहीं है। गाड़िया आ नहीं रहीं हैं। जिससे भाड़े सहित अन्य भुगतान के लिए प्रयोग होने वाली भारतीय मुद्रा की डिमांड नहीं है। जिससे सामान्य बैंक रेट 15 पैसे एक्सचेंज दर के बाद भी भारतीय मुद्रा पर पांच प्रतिशत की गिरावट है।