
भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम के बिगड़े मिजाज के बीच कई स्थानों पर बारिश के साथ ओले गिरे, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। राजधानी भोपाल में तेज बारिश हुयी, वहीं कुछ स्थानों पर ओले भी गिरने की सूचना आयी है। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रवाह के चलते कई सिस्टम सक्रिय हैं तथा एक ‘ट्रफ’ लाइन भी मध्यप्रदेश से गुजर रही है, जिसके चलते प्रदेश भर में बारिश हो रही है। कल रात्रि राजधानी भोपाल सहित बैतूल, हरदा, रायसेन, सीहोर सहित अन्य स्थानों पर बारिश हुयी। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओले भी गिरे, जिसके चलते रवी की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पूर्वी मध्य प्रदेश पर ट्रफ के रूप में बना पश्चिमी विक्षोभ छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ गया है, लेकिन एक नया पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बन गया है। राजस्थान के मध्य में प्रेरित चक्रवात भी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने लगी है। साथ ही मध्य प्रदेश में सतह पर पूर्वी हवा चल रही है, जबकि ऊपरी स्तर पर हवा का रुख पश्चिमी है।
पिछले चौबीस घंटों के दौरान खजुराहो में 33 मिलीमीटर (मिमी), बालाघाट के मलॉजखंड में 16.4 मिमी, भोपाल शहर में 10.4 मिमी, खंडवा में 8.1 मिमी, बैतूल 6.8 मिमी, गुना में 5.4 मिमी, मंडला में 5. 2 मिमी, रतलाम में पांच मिमी, सागर में 4.1 मिमी, उज्जैन में तीन मिमी सहित नर्मदापुरम, सिवनी, रायसेन, दमोह, इंदौर, जबलपुर और राजगढ़ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुयी।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चौबीस घंटों के दौरान भी प्रदेश में बारिश की संभावना जतायी जा रही है तथा कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी आशंका है। प्रदेश में अगले दो दिनों तक इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना जतायी जा रही है। इसके बाद मौसम साफ हो सकता है।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में कल दिन भर बादल छाए रहे। रात में तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश हुयी। इस बीच कुछ स्थानों में छोटे आकार के ओले भी गिरने की सूचना है। भोपाल में अगले चौबीस घंटों के दौरान भी इसी तरह के मौसम के बने रहने के अनुमान है। (वार्ता)