
नई दिल्ली। भारत में गांजे का सेवन या इसकी खरीद बेच को कानूनी अपराध माना जाता है। इसके बावजूद लोग चोरी छुपे इसका सेवन कर लेते हैं। समाज में भी गांजे का सेवन एक बुरी लत कहलाता है। ऐसा करने वालों के लिए लोग अक्सर कहते हैं कि ‘ये लोग कुछ नहीं कर सकते, बस गांजा फूंक कर पड़े रहते हैं।’ ऐसी स्थिति में अगर कहा जाए कि गांजा फूंकने की नौकरी निकली है, जिसमें लाखों रुपये की सैलरी दी जा रही है, तो शायद किसी को यकीन न आए। लेकिन ये सच है।
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, ये कैनामेडिकल कंपनी जर्मनी की है और इसने ‘कैनबिस सोम्मेलियर’ के पद के लिए विज्ञापन निकाला है। कंपनी को ऐसे कर्मचारी की तलाश है, जो पेशेवर तरीके से गंजेड़ी हो और उसके प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता जांच सके। आसान शब्दों में कहें तो कंपनी को ‘Weed Expert’ (खरपतवार विशेषज्ञ) की जरूरत है। कंपनी को प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता जांचने के लिए ‘वीड एक्सपर्ट’ की है। कोलोन बेस्ड कैनामेडिकल, जर्मन फार्मेसीज को दवा के तौर पर कैनबिस यानी भांग बेचती है। इसके लिए उसे ऐसे लोगों की तलाश है, जो उसके प्रोडक्ट को सूंघे, महसूस करे और स्मोक करके उसकी गुणवत्ता की जांच करे।
आपको बता दें कि कंपनी के सीईओ डेविड हेन ने मीडिया से कहा कि उनके प्रोडक्ट्स ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, पुर्तगाल, मैसेडोनिया और डेनमार्क जैसे देशों में भेजे जाते हैं। उन्हें इनकी स्टैंडर्ड मॉनटरिंग के लिए एक शख्स की तलाश है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी को जर्मनी में भी डिलीवर हुए मटीरियल का क्वालिटी चेक करना होगा। भले ही समाज में इसे गलत कहा जाता हैं लेकिन इस नौकरी के लिए दुनिया भर के गंजेड़ी आवेदन दे रहे हैं। इस नौकरी को करने के लिए वही लोग योग्य माने जाएंगे जो कैनबिस पेशेंट हों और जिनके पास जर्मनी में कानूनी तौर पर गांजा पीने का लाइसेंस हो। (इनपुट एजेंसी/गूगल)