गरीबों को सुलभ कराना हैं दांतों का इलाज: अनुराग सिंह
लखनऊ। देश ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। इसमें उत्तर प्रदेश का योगदान अहम है। चिकित्सा जगत में सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ने उच्च कोटि की चिकित्सा देकर अपना नाम और स्थान हासिल किया है। ऑर्थोडॉण्टिक सोसायटी के इस 26वें सम्मेलन के लिए लखनऊ और दंत चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपनी बेहतर भागीदारी देने वाले इस संस्थान को चुना जाना महत्वपूर्ण है। इस सम्मेलन में आए आप सभी के सुझावों के साथ प्रदेश सरकार भी बेहतर कार्य करेगी। उक्त विचार उतरेटिया रायबरेली रोड के सरदार पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एंड मेडिकल साइंसेज में चल रहे 26वें इण्डियन ऑर्थोडॉण्टिक सोसायटी के नेशनल पीजी कन्वेंशन में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने औपचारिक उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। यहां 16 फरवरी से प्रारंभ इस सम्मेलन में देश-विदेश से दो हजार से अधिक छात्र-छात्राएं भाग लेकर दंत चिकित्सा की नयी तकनीकों और शोधपत्र प्रस्तुत करने के तरीकों के साथ आपसी विमर्श कर रहे हैं। सम्मेलन का समापन कल होगा।
मुख्य अतिथि के तौर पर उपमुख्यमंत्री ने सफल आयोजन के लिए संस्थान को बधाई देते हुए। उम्मीद जाहिर की कि पहली बार लखनऊ में हो रहे इस आयोजन से संस्थान, शिक्षकों और विद्यार्थियों को लाभ होगा। साथ ही संस्थान के माध्यम से सभी को बेहतर सुविधाए मिलेगी। विशिष्ट अतिथि विधायक और संस्थान के चेयरमैन अनुराग सिंह ने कहा कि 135 करोड़ में अभी केवल 35 फीसदी लोगों को ही दांतों का इलाज मिल पा रहा है। गरीबों तक दांतों का इलाज कैसे पहुंचे इस पर भी यहां विचार कर अमल करना होगा। इससे पहले आयोजन अध्यक्ष डॉ. सुधीर कपूर ने अतिथियों का स्वागत किया और आईओएस अध्यक्ष बलविंदर सिंह ठक्कर, सचिव डॉ.संजय लाभ, संस्थान सचिव डॉ. स्नेहलता सिंह, प्राचार्य गौरव सिंह आदि ने अपने विचार रखे।
आयोजन में आज डॉ. संजय लाभ ने क्लिनिकल ऑर्थोडॉण्टिक्स में बायोमैकेनिक्स विषय पर, डॉ.जयेश रहलकर ने डीप बाइट मैनेजमेण्ट, डॉ. मंजुनाथ रेड्डी ने संरेखकों के साथ जटिल मामलों के उपचार और डॉ. अंकित सीकरी ने एक आर्थोडॉण्टिक्स की जिम्मेदारी के साथ भ्रम को दूर कर असलियत का सामना करने के बारे में बताया। डॉ. गौरव गुप्ता ने आर्थोडॉण्टिक अभ्यास शुरू करने और डॉ. आशीष गुप्ता ने एलाइनर्स के सम्बंध में बताया। इसके अलावा डॉ. निलन शेट्टी, डॉ. धीरज शेट्टी, डॉ. ओपी खरबंदा, डॉ. वी मारीमुथु, डॉ. श्रीदेवी पद्मनाभन, डॉ. सिद्धार्थ शेट्टी, डॉ. टी जयपाल, डॉ. राजीव गुप्ता ने विभिन्न विषयों पर सामयिक संदर्भों में अपना नजरिया सामने रखा।
इस अवसर पर शोघ के लिए डॉ. सीरब हुसैन, अभिनव क्नीनिकल पेपर के लिए डॉ. जयव्रत गुप्ता, क्नीनिकल पेपर के लिए डॉ. हरिप्रिया एस के साथ अन्य क्लिनिकल विषयों में डॉ.स्वाभिमान बेहरा व डॉ. धु्रव आहूजा को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में डॉ. अबरार यूनुस, डॉ. के रंजन आर भट्ट व डॉ. रीतिका जोसेफ की टीम प्रथम रही। समापन दिवस कल 19 फरवरी को डॉ. सर्बजीत सिंह, डॉ. पी. हरिकृष्नन, डॉ. जिग्नेश कोठारी, डॉ. आशीष गर्ग आदि दंता चिकित्सा के नये आयामों पर अपना प्रेजेण्टेशन विद्यार्थियों के सामने प्रस्तुत करेंगे।