उमेश तिवारी
नौतनवा/महराजगंज। महराजगंज कोतवाली थाना क्षेत्र के मिठौरा जंगल नहर में बोरे में भरकर शव फेंकने के मामले का पर्दाफाश सोमवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने किया। हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया गया। बीते चार दिसंबर को मिठौरा जंगल नहर में बोरे में भर कर फेंका हुआ शव पुलिस ने बरामद किया। जांच में पता चला की मृतक के हाथ अमरजीत एवं जय करणी माता लिखा हुआ था।
पुलिस ने शिनाख्त कराने का प्रयास किया तो छह दिसंबर को मृतक की शिनाख्त अमरजीत के रुप में हुई। केस दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल तेज कर दी। इस प्रकरण का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की तीन टीमें लगी थी। 26 दिसंबर को पुलिस टीम को सूचना मिली की सिसवा मुंशी तिराहे के पास कुछ संदिग्ध लोग कहीं जाने के फिराक में हैं। इसके बाद टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सिसवां मुंशी मोड से राजकुमार, लड्डू एवं नगीना निवासी ग्राम कामता खुर्द थाना भिटौली को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से चाकू, साइकिल, मृतक का आधार कार्ड एवं 360 रुपये नकद बरामद किया गया।
हत्यारोपी तीनों सगे भाई,
हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के आरोपी में गिराफ्तार आरोपी सगे भाई हैं। पूछताछ में पता चला की घटना का अंजाम देने के बाद शव को बोरे में भर कर नहर में फेंक दिया।
महिलाओं से दुर्व्यवहार पर नाराज होकर उतारा था मौत के घाट,
हत्यारोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि अरमजीत गौड़ शराब पीने का आदि था। नशे में वह हमेशा उल्टे सीधे हरकत करता था। एक बार नशे में धूत होकर घर की महिलाओं से दुर्व्यवहार किया। उसे समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उसे कुछ समझ में नहीं आया। उसने अपनी हरकतों में सुधार नहीं किया तो उसे रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई। उसे बुलाकर शराब पिलाने के बाद चाकू से उसकी हत्या कर शव को बोरे में भर दिया गया। शव की शिनाख्त छिपाने के लिए बोरे को साइकिल पर लादकर नहर में ले जाकर फेंक दिया गया।