राजेश कुमार त्रिपाठी
सिद्धार्थनगर। यूपी के उपचुनाव और गुजरात, हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहे नर्वदेश्वर शुक्ल तथा सपा के वरिष्ठ नेता व नगर पंचायत बढ़नी के पूर्व चेयरमैन रामनरेश उपाध्याय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पहली बार देखा गया जब देश का प्रधानमंत्री किसी प्रदेश को देश समझकर चुनाव लड़ा हो। दोनों नेताओं ने कहा कि गुजरात में मतदान प्रतिशत में कमी और मीडिया द्वारा भाजपा के मुकाबले आम आदमी पार्टी को टक्कर में दिखाना भाजपा की सोची समझी रणनीति का हिस्सा था। और अब यदि कहा जाए कि आम आदमी पार्टी भाजपा के बी टीम के हिस्से की तरह चुनाव लड़ी तो न तो ग़लत होगा और न ही अतिशयोक्ति।
सपा नेता राम नरेश उपाध्याय ने यूपी के उपचुनाव परिणाम पर कहा कि मैनपुरी लोकसभा और खतौली विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत इस बात का संकेत है। कि यूपी से योगी आदित्यनाथ का हिन्दुत्व कार्ड समाप्ति की ओर है। उन्होंने कहा कि रामपुर उपचुनाव सपा के हाथ से कैसे छीनी गई, रामपुर की जनता इसकी गवाह है। कांग्रेस नेता नर्वदेश्वर शुक्ल ने गुजरात और हिमाचल के चुनाव परिणाम पर कहा कि गुजरात में कांग्रेस का चुनाव प्रचार अपेक्षाकृत बहुत कमजोर था। भारत जोड़ो यात्रा की वजह से राहुल गांधी वहां समय नहीं दे पाए। मौजूदा विधायक अपने दम पर चुनाव लड़े लेकिन वे पूरी केंद्र सरकार और गुजरात प्रशासन के समक्ष टिक नहीं पाए। फिर आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस के खिलाफ बढ़िया खेल किया।
उन्होंने कहा कि एक पार्टी होने के नाते किसी के चुनाव लड़ने पर सवाल खड़ा करना उचित नहीं है लेकिन आम आदमी पार्टी की नियत यदि भाजपा को हराना होता तो वह भाजपा के बी टीम की तरह चुनाव नहीं लड़ती। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को मिले वोट प्रतिशत को जोड़ कर देखें तो भाजपा बहुत बढ़त में नहीं है वह भी तब जब प्रधानमंत्री, गृहमंत्री सहित सारे मुख्यमंत्री, मंत्री गुजरात में डेरा डाल दिए हों। शुक्ल ने कहा कि हिमाचल में भाजपा की हार को हल्के में नहीं लेना चाहिए। कांग्रेस की यह बड़ी जीत और बड़ी होती यदि सोनिया या राहुल की एकाध सभा हुई होती। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि भाजपा अध्यक्ष नड्डा हार की संभावनाओं के बीच कहते हैं कि भाजपा हारी तो भी हिमाचल प्रदेश में सरकार भाजपा ही बनाएगी।
इससे भी हैरत यह है कि चुनाव आयोग गांधी के बंदरों की तरह आंख, मुंह और कान बंद किए हुए है। शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जेपी नड्डा का गृह प्रदेश है, देखना है कि भाजपा उनसे इस्तीफा कब मांगती है? इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात हो या MCD, दोनों चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए भले ही विपरीत हो लेकिन यह एक संदेश भी है। आम आदमी पार्टी का असली चेहरा देखकर 2024 के लोकसभा चुनाव में जो लोग भाजपा के खिलाफ होंगे वे भाजपा और कांग्रेस के अलावा शायद ही किसी अन्य पार्टी की ओर रुख करें। पंजाब से सटा हिमाचल प्रदेश है, पंजाब में आम आदमी पार्टी की बेतरतीब सरकार के कामकाज को वहां के लोगों ने देखा, नतीजा वहां आम आदमी पार्टी सिफर तक रह गई। उन्होंने कहा कि वे यह नहीं कहते कि 2024 के लोकसभा चुनाव का परिणाम क्या होगा लेकिन यदि कांग्रेस कोई मजबूत गठबंधन बना पाई तो भाजपा की लड़ाई 2014 और 2019 की तरह आसान न होगी।