नया लुक ब्यूरो
पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी ऋषिकेश कानितकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बैटिंग कोच नियुक्त किए गए हैं। जबकि विमेंस टीम के हेड कोच रमेश पवार एनसीए, बेंगलुरू में वीवीएस लक्ष्मण की जगह संभालेंगे। मंगलवार को BCCI ने बताया कि ऋषिकेश कानितकर नौ दिसंबर से मुंबई में शुरू होने जा रही पांच मैचों की T-20 सीरीज से पहले टीम से जुड़ जाएंगे। टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी ऋषिकेश ने इस जिम्मेदारी के बाद कहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए BCCI काबड़ा आभार और इसके साथ ये मेरे लिए बड़े ही सम्मान की बात है।
इसके अलावा उन्होंने महिला टीम का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पास युवाओं और अनुभव का अच्छ मिश्रण है। मुझे इस टीम में जबरदस्त संभावनाएं दिख रही हैं। आने वाले समय में कई बड़े टूर्नामेंट खेले जाने बाकी हैं। ऐसे में मेरे लिए अब जिम्मेदारी काफी चुनौतीपूर्ण रहेगी। ऋषिकेश कानितकर ने अपनी कोचिंग में टीम इंडिया को इस साल की शुरुआत में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया था। इतना ही नहीं, वे वीवीएस लक्ष्मण के साथ हाल ही में न्यूजीलैंड दौरा करके लौटी टीम इंडिया के कोचिंग स्टॉफ का हिस्सा थे।
बता दें कि 24 साल पहले ऋषिकेश कानितकर ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 18 जनवरी, 1998 को ढाका में खेले गए इस फाइनल मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48 ओवर में पांच विकेट पर 314 रन बनाए थे। ओपनर सईद अनवर ने तूफानी शतक ठोकते हुए 132 गेंदों में 140 रन बनाए थे। अनवर के बल्ले से 14 चौके और 2 छक्के निकले थे। इजाज अहमद ने भी 112 गेंदों में 117 रनों की पारी खेली थी। भारतीय बॉलिंग अटैक के खिलाफ पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 314 रनों का स्कोर खड़ा किया तो उस दौर में एक तरह से विजयी टोटल माना जाता था।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने तूफानी शुरुआत दिलाई। खासतौर पर सचिन तेंदुलकर काफी आक्रामक दिखे और उन्होंने 26 गेंदों में 41 रन बना डाले। लेकिन 9वें ओवर में शाहिद अफरीदी ने सचिन तेंदुलकर को आउट कर भारत को बड़ा झटका दे दिया। इसके बाद नंबर तीन पर ऑलराउंडर रॉबिन सिंह उतरे और उन्होंने गांगुली के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की. दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय स्कोर को 250 रनों तक पहुंचा दिया। रॉबिन सिंह ने अर्धशतक और सौरव गांगुली ने शानदार शतक ठोका। लेकिन 39वें ओवर में रॉबिन सिंह 82 रन पर आउट हो गए। कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भी चार रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। 43वें ओवर तक सौरव गांगुली का विकेट भी गिर गया और टीम इंडिया मुसीबत में पड़ गई। दबाव के लम्हों में नवजोत सिद्धू और नयन मोंगिया का विकेट भी गिर गया। अंत में कनितकर और जवागल श्रीनाथ की जोड़ी मैच को आखिरी ओवर तक ले आई और टीम इंडिया को दो गेंद पर तीन रन चाहिए थे। सकलैन मुश्ताक गेंद फेंक रहे थे। दबाव में कनितकर ने बेहतरीन शॉट खेला और चौका लगाकर टीम इंडिया को जीत दिला दी।