- स्वास्थ्य विभाग ने छूटे लाभार्थियों को योजना से जोड़ने के लिए ANN को सौंपी है जिम्मेदारी
- टीकाकरण कराने पहुंच रही गर्भवती का योजना में पंजीकरण होने की आशा की डायरी से ली जा रही जानकारी
- डायरी में पंजीकरण की सूचना न होने पर ANM लाभार्थियों का भर रहीं फार्म
सिद्धार्थनगर। स्वास्थ्य विभाग ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के लाभ से वंचित गर्भवती को योजना से जोड़ने के लिए ANM को जिम्मेदारी सौंपा है। छाया VHND सत्र पर टीकाकरण कराने पहुंच रही गर्भवती का योजना में पंजीकरण है या नहीं इसकी आशा की डायरी से जानकारी ली जा रही है। डायरी में पंजीकरण न होने की सूचना पर PMMVY लाभार्थियों का तत्काल फार्म भर कर गर्भवती को लाभ दिलाने में मददगार बन रही हैं।
योजना की जिला समन्वयक वर्तिका ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर लाभ दिलाने के लिए पंजीकरण कराने की जिम्मेदारी क्षेत्र की आशा व संगिनी का है, लेकिन अभी भी बहुत से लाभार्थी का पंजीकरण योजना में नहीं हो सका है। जबकि छाया VHND सत्र पर पहली बार गर्भवती का टीकाकरण हो रहा है। ऐसी छूटी लाभार्थियों को योजना के तहत पंजीकरण कर लाभ दिलाने के लिए CMO स्तर से पत्र जारी कर ANM को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गृह भ्रमण कर छूटे लाभार्थियों का चिन्हिकरण
योजना के कार्यक्रम सहायक प्रदीप भारती ने बताया कि क्षेत्र की आशा योजना के लाभ से वंचित लाभार्थियों के चिन्हिकरण के लिए घर-घर भ्रमण कर रही हैं। इस भ्रमण के दौरान वह पता कर रही हैं। कि घर में मौजूद महिलाओं के कितने बच्चे हैं। हाल ही में जन्म लिए बच्चे की मां को योजना का लाभ मिला है या नहीं। अगर लाभ नहीं मिला है तो उनकी डिटेल लेकर पंजीकरण कराया जा रहा है।
आशा डायरी में नाम न होने पर भरा जा रहा फार्म
शोहरतगढ़ क्षेत्र के पल्टादेवी उपकेंद्र की ANM गीता गुप्ता बताती हैं कि छाया VHND सत्र पर टीकाकरण कराने आ रही पहली बार गर्भवती का PMMVY में पंजीकरण होने की जानकारी आशा-संगिनी से ली जा रही है। डायरी में जिस लाभार्थी का नाम नहीं है, उनका फार्म भर कर ब्लॉक को उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना के तहत गर्भवती को तीन किस्तों में 5000 रुपये पोषण के लिए मिलते हैं।