एक महीने के भीतर कई संगीन घटनाओं को अंजाम देकर बदमाशों ने दी चुनौती
कहीं पर घर में घुसकर बुजुर्ग की हत्या तो कहीं पर सरेराह लूट
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में लुटेरों और हत्यारों में खाकी का खौफ नहीं रहा। बदमाशों ने एक महीने के भीतर एक के बाद एक संगीन वारदातों को अंजाम दे डाला। हत्यारों हर दूसरे तीसरे दिन घटना कर पुलिस को चुनौती दी, लेकिन हाईटेक होने का दावा करने वाली पुलिस एक भी वारदात को रोकने में नाकाम साबित तो हुई साथ ही कृष्णा नगर में बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव हत्याकांड में भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि एक माह में जितनी भी घटनाएं हुईं हैं। उस समय पुलिस कमिश्नर से लेकर सर्किल अफसरों के निर्देश पर पुलिस कागज़ों पर दिन और रात्रि चेकिंग कर रही थी।
दरअसल बदमाशों के लिए शहर के भीतर कुछ ऐसे इलाके हैं जो साफ्ट टारगेट हैं, क्योंकि यहां के स्टेशन अफसर मातहतों के ऊपर बोझ डालकर खुद सड़क और गलियों में चेकिंग पर नहीं उतरते। नतीजतन बदमाश बेखौफ होकर घटना को अंजाम देने के बाद आराम से भाग निकलते हैं। जब भी राजधानी में कोई संगीन वारदातें हुईं तो पुलिस आलाधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए सड़क डंडा पीटती नज़र आती है, लेकिन घटना होने के बाद लकीर पीटती भी नजर आती है।
,,, शहरी क्षेत्र में हुई घटनाओं और पुलिस की कार्यशैली पर एक नजर,,,
11 अक्टूबर 2022- कृष्णा नगर क्षेत्र के भोला खेड़ा निवासी 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव की हत्या। बंथरा में एक बुजुर्ग की पीट पीटकर हत्या। पारा क्षेत्र में सर्राफा कारोबारी से लूट। तालकटोरा क्षेत्र में पत्नी की हत्या कर पति ने की खुदकुशी, गोसाईगंज में एक युवक की हत्या कृष्णा नगर में एक युवती की हत्या कर शव बोरे में मिला। चिनहट में बच्चे को अगवा कर चचेरे भाई ने मौत की नींद सुला दिया।
सरोजनीनगर में एक युवक की हत्या, पारा क्षेत्र में घर में अकेली रहने वाली एक महिला की हत्या, 13 अक्टूबर को पारा में नमस्ते इंडिया दूध कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से दिनदहाड़े लूट, 26 अक्टूबर को मोहनलालगंज क्षेत्र में एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या, 29 अक्टूबर को इंदिरा नगर में बुजुर्ग दंपति को बंधक बनाकर लूटपाट। यह तो बानगी भर और भी कई घटनाओं को बदनाम अंजाम दे चुके हैं। खास बात यह भी है कि अपने भी अपनों का खून बहाने में पीछे नहीं रहे।