ग्राम सभा में नहीं हुई अभी तक विकास कार्यों के लिए कोई खुली बैठक
विभिन्न वार्डों के सदस्यों में है आक्रोश
गांव सभा के चयनित सदस्यों ने लगाया उपेक्षा का आरोप
पट्टी। सांगा पट्टी ग्राम पंचायत में विकास के लिए आई धनरासि में घोटाला और दुरुपयोग की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अफसर मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं ।जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है ।ग्रामीणों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की है। बता दें कि विकासखंड बेलखरनाथ की ग्राम पंचायत सांगा पट्टी में कार्यरत सचिव राजेश कुमार के ऊपर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने शिकायत की है कि वह गांव में कभी नहीं दिखते विकास के बारे में कुछ जानकारी देने की बात कहने पर भी नहीं आते । ग्राम पंचायत सदस्यों ने भी आरोप लगाया कि अभी तक सेक्रेटरी द्वारा एक भी बैठक नहीं की गई और ना ही गांव पंचायत के विकास को लेकर कोई कार्य योजना ही बनी। ग्राम पंचायत सेक्रेटरी की मिलीभगत से ग्राम प्रधान मनमाने तरीके से सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं।
हैंडपंप रिबोर में लाखों रुपए निकाले जाने के प्रकरण में कोई कार्यवाही ना होने पर अब ग्राम पंचायत सेक्रेटरी और ग्राम प्रधान ने पैसा कमाने का नया तरीका खोजते हुए खड़ंजा के ऊपर इंटरलॉकिंग का कार्य करवाना शुरू कर दिया है ।उधर गांव की कई बस्तियां ऐसी हैं जहां कच्चे मार्ग हैं गड्ढे बने हुए हैं कीचड़ और पानी के बीच से लोग आ जा रहे हैं। इसके अलावा परिवार रजिस्टर की नकल वकोई जानकारी के लिए सेक्रेटरी ग्रामीणों को महीनों हैरान परेशान करते हैं परिवार रजिस्टर की नकल ना देने के प्रकरण में युवा सामाजिक कार्यकर्ता विशाल त्रिपाठी ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की हैं । उधर ग्राम पंचायत सदस्यों ग्रामीणों ने भी ग्राम पंचायत सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान के विरुद्ध मुख्य विकास अधिकारी खंड विकास अधिकारी से शिकायत की है। लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया ।इन मामलों में शिकायत के बाद कार्यवाही ना होने पर घोटाले बाज लोगों के हौसले बुलंद होते हैं और जनता का हित भी प्रभावित होता है ।मुख्यमंत्री के समग्र विकास के आदेश की यहां के जिम्मेदार अफसर खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं । जिससे आजीज आकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत की है।