उमेश तिवारी
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को सोनौली बार्डर और बेलहिया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से नेपाल पहुंचने वाले पहले चार पर्यटकों का भव्य स्वागत किया जाएगा। इनमें दो भारतीय पर्यटक विशेष रूप से शामिल होंगे। सभी के रहने, खाने-पीने और घूमने की व्यवस्था मुफ्त होगी। अतिथि देवो भव की तर्ज पर सम्मान किया जाएगा। बुद्ध और रामायण सर्किट को बढ़ावा दिया जाएगा। ये बातें पर्यटन मंत्रालय, ग्रामीण एवं शहरी विकास मंत्रालय लुम्बिनी प्रांत के सचिव जकी अहमद अंसारी ने कहीं। वह सोनौली में भारत-नेपाल के पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नेपाल और भारत के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता किसी से छिपा नहीं है। अब पर्यटकों से हम दिल का रिश्ता जोड़ने जा रहे हैं। पर्यटन और पर्यटक नेपाल की जमा पूंजी है। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते दो साल तक सर्वाधिक नुकसान पर्यटन उद्योग को हुआ है। अब जब माहौल सुधरा है तो नेपाल एक बार फिर दिल खोलकर स्वागत के लिए खड़ा है।
जकी अहमद ने बताया कि इस बार का विश्व पर्यटन दिवस नेपाल और पर्यटक दोनों के लिए खास होगा। 27 सितम्बर से लुम्बिनी प्रांत में अगले छह माह के लिए सभी पर्यटकों को सिद्धार्थ होटल एसोसिएशन नेपाल के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ के प्रयास से प्रत्येक होटल में सभी सुविधाओं पर 20 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी। सोनौली बार्डर के जरिए नेपाल में सर्वाधिक पर्यटक गोरखपुर/बस्ती मण्डल के साथ ही पूर्वांचल के अन्य जिलों से भी आते हैं। प्रभु पशुपतिनाथ, गौतम बुद्ध और देवी सीता के इस देश में पर्यटकों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। आश्वस्त किया कि सुरक्षा और सुविधा में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। बार्डर पर दलालों द्वारा दुर्व्यवहार, भंसार लेने में दिक्कत, मनी एक्सचेंज आदि मुद्दों पर उन्होंने कहा कि इस बारे में केंद्रीय सरकार से वार्ता कर समाधान कराया जाएगा। इस दौरान नेपाल-भारत मैत्री संघ के अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता भी मौजूद रहे।