- पीड़िता के लिए मसीहा बनी खाकी
- डॉक्टरों ने किया सिस्टम का पोस्टमार्टम
- विभूतिखंड क्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। विभूतिखंड क्षेत्र में एक होटल में महिला दुष्कर्म के मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस नामजद मुकदमा दर्ज पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा। पीड़िता का आरोप है झलकारी बाई अस्पताल उसके साथ महिला डॉक्टरों ने अभद्रता कर रिपोर्ट गायब करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी कराई। इस घटना से एक बार फिर साबित हो गया कि डॉक्टरों की लापरवाही से रेप के मामले में करीब 60 प्रतिशत अपराधियों को सज़ा मिल पाती है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मेडिकल परीक्षण या पोस्टमार्टम की प्रकिया ठीक से नहीं करते। नतीजतन अदालत में आरोपित को इसका फायदा मिलता है और उसे छोड़ दिया जाता है। उदाहरण के तौर पर गौर करें तो 25 जनवरी 2011 में निजामपुर मल्हौर गांव की रहने वाली एक युवती को वहशियों ने गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जहां डॉक्टरों ने पूरे मामले को छिपाते हुए कहा कि रेप नहीं हुआ है। विरोध के बाद शव का डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया तो रिपोर्ट में आया कि दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या की गई है। यह बात सामने आने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। सवाल है डॉक्टरों की लापरवाही का मामला आज से नहीं बल्कि बहुत पहले से चला आ रहा है।
,,, पूरे घटनाक्रम पर एक नजर,,,
विभूतिखंड क्षेत्र में 19 सितंबर 2022 को एक महिला को संदीप यादव एक किसी अधिवक्ता से मिलाने की बात कहकर एक होटल में ले गया और वहां पर असलहे के बल पर पीड़िता की अस्मत पर डाका डाल भाग निकला था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में पीड़िता का आरोप है कि पुलिस उसे मेडिकल परीक्षण के लिए झलकारी बाई अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने घोर लापरवाही करते हुए उसके साथ अभद्रता की। पीड़िता का आरोप है अस्पताल की डॉक्टरों ने मेडिकल रिपोर्ट गायब करने की कोशिश तो किया साथ ही अभद्रता भी की। अस्पताल से छुट्टी न देने पर पीड़िता इसकी सूचना पुलिस को दी।
पीड़िता का कहना है कि पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल से छुट्टी कराकर मेडिकल रिपोर्ट हासिल करवाया।
पीड़िता के मुताबिक झलकारी बाई अस्पताल की डॉक्टरों उसके साथ तरह तरह की यातनाएं दी, लेकिन उसके लिए कमिश्नरेट पुलिस मानों एक फरिश्ता बनकर सामने आई। रेप पीड़िता ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने बहुत सहयोग किया। वायरल हुई वीडियो में पीड़िता ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपी संदीप यादव को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।