लखनऊ | लखनऊ में सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए अहम दिन रहा, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर आरएसएस, बीजेपी और राज्य सरकार के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित हुई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों, सरकार के कामकाज और प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष के चयन पर व्यापक चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, इस सप्ताह ही यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष का नाम घोषित किया जा सकता है।
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बैठक में आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। संगठन सूत्रों का कहना है कि बी.एल. संतोष ने पार्टी के संभावित नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम बैठक में साझा किया है।
चूंकि प्रदेश के 98 जिला इकाइयों में से 84 जिलाध्यक्ष पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं, ऐसे में संगठन ढांचा लगभग तैयार माना जा रहा है और अब प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा केवल औपचारिकता रह गई है। बैठक में SIR (समाजिक संपर्क एवं समीक्षा) अभियान भी बड़ा मुद्दा बना रहा। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि कई सांसद और विधायक इस प्रक्रिया में अपेक्षित भागीदारी नहीं निभा रहे हैं और उन्हें अधिक सक्रिय होकर जनता के बीच पहुंचना चाहिए। साथ ही राम मंदिर के मुद्दे को लेकर भी रणनीति पर चर्चा हुई। अयोध्या में मंदिर निर्माण के अंतिम चरण में पहुंचने के बाद, आगामी महीनों में इसके व्यापक प्रचार की योजना बनाई गई है। पंचायत से लेकर विधानसभा चुनाव तक इसे एक प्रमुख उपलब्धि के रूप में जनता के सामने रखने का प्रस्ताव रखा गया।
