- लखनऊ में भारत हस्तशिल्प महोत्सव : एक छत के नीचे पूरा भारत, पर भीड़ अभी कम!
विजय श्रीवास्तव
लखनऊ। वृंदावन योजना शहीद पथ के पास CP-4 पार्किंग में पाँच से 25 दिसंबर तक भारत हस्तशिल्प महोत्सव” लग रहा है। कश्मीर के पश्मीना शॉल, काठ की नक्काशी, झांसी का ब्रासवेयर, कानपुर का लेदर वर्क, राजस्थानी क्रॉकरी, बनारसी साड़ी से लेकर हस्तनिर्मित ज्वेलरी तक-पूरे भारत की हस्तकला एक ही जगह सजी है।

क्वालिटी शानदार, दाम भी ज्यादातर जेब के अनुकूल। कश्मीरी दुकानदार सबजार अहमद ने मुस्कुराते हुए कहा कि भाईजी, अच्छी चीज कभी बहुत सस्ती नहीं होती, और बहुत सस्ती चीज कभी अच्छी नहीं होती। यशवेन (झांसी), एम.ए. खान, फयान अहमद और ज़ुबैर अली (कानपुर) समेत दर्जनों कारीगरों का कहना है कि माल बढ़िया है, बस शुरुआती दिनों में प्रचार कम होने से ग्राहक कम आए।
कई दुकानदारों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा एक तो दुकानो के एलाटमेंट बैठकी का भाडा ज्यादा है। पब्लिक की इंट्री फीस टिकट भी ज्यादा है। वहां खरीददारी करने आयीं कई महिलाओं ने भी इंट्री टिकट रेट अधिक होने की बात कही। बहरहाल शुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक चलने वाले मेला मे दिन मे भीड बहुत कम,पर शाम को भीड हो जा रही है, 10 दिसंबर से आयोजन समिति ने स्थानीय अखबारों मे विज्ञापन व टेम्पो पर बैनर व माइक से प्रचार प्रसार शुरू करवाने से अब ग्राहकों की आवा जाही बढने की उम्मीद दुकान दारों मे जगी है।
