- BBD के सालार गंज स्थित शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में हत्याकांड से सनसनी
- कातिल महिला दो बेटियों के साथ गिरफ्तार, घटना में इस्तेमाल चाकू बरामद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। बीबीडी थाना क्षेत्र के सालार गंज गांव के पास बसी नई कॉलोनी शिवम ग्रीन सिटी सोमवार सुबह करीब दस-बारह साल से 35 वर्षीय इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह उर्फ सोनू के साथ लीविंग रिलेशनशिप में रह रही 46 वर्षीय महिला रत्ना सिंह ने अपनी दो बेटियों के साथ मिलकर सूर्य प्रताप सिंह की चाकू से गला काट कर मौत की नींद सुला दिया। इस सनसनीखेज मामले की जानकारी मिलते ही डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह, इंस्पेक्टर बीबीडी राम सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। महिला और इंजीनियर सूर्य प्रताप के बीच पिछले कुछ दिनों से तनातनी चल रही थी, जो आज खूनी रूप अख्तियार कर लिया। इंस्पेक्टर बीबीडी की टीम ने आरोपी महिला व उसकी दोनों बेटियों को हिरासत में लेकर घटना में इस्तेमाल खून से सना चाकू बरामद कर लिया है।
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
मूल रूप से जनपद देवरिया निवासी नरेंद्र प्रताप सिंह मैक्स अस्पताल में बतौर चालक के पद पर कार्यरत हैं। नरेंद्र सिंह परिवार के साथ जानकीपुरम में रहते हैं। बताया जा रहा है कि उनका इकलौता बेटा सूर्य प्रताप सिंह उर्फ सोनू आलमबाग क्षेत्र स्थित एवरेडी कंपनी में इंजीनियर था। जानकीपुरम क्षेत्र के आकांक्षा विहार कॉलोनी में रहने वाली महिला रत्ना सिंह के पति का कुछ सालों पहले देहांत हो गया तभी से वह दो बेटियों जान्हवी व अनुष्का के साथ रहती। इसी दौरान इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह से मुलाकात हुई तो रत्ना ने अपनी बेटियों को कोचिंग पढ़ाने के लिए कहा तो सूर्य प्रताप राजी हो गया और दोनों बच्चियों को पढ़ाने लगा कि कुछ दिनों बाद ही सूर्य प्रताप सिंह और रत्ना के बीच आंखें चार हो गई। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गई और हमेशा के लिए साथ रहने का फैसला कर लिया। रत्ना और सूर्य प्रताप के संबंध में जब घरवालों को जानकारी हुई तो विरोध करने लगे, लेकिन सूर्य प्रताप अपनी जिद पर अड़ गया और बीबीडी क्षेत्र के सालार गंज स्थित शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में नरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा बनाए गए मकान में रत्ना के साथ रहने लगा था।
करीब चार साल से रहता शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी
बताया जा रहा है रविवार को नरेंद्र प्रताप सिंह बेटे के यहां गए थे कि इसी दौरान किसी बात को लेकर रत्ना और नरेन्द्र के बीच कहासुनी हुई और बात इतनी बढ़ गई कि रत्ना के सिर पर खून सवार हो गया। रात जैसे-तैसे गुजरी कि सोमवार सुबह भी करीब दस-बारह साल से लीविंग रिलेशनशिप में रह रहे रत्ना और सूर्य प्रताप के बीच जंग छिड़ गई। बात बढ़ते ही रत्ना और दोनों बेटियों ने मिलकर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वारकर मौत की नींद सुला दिया।
कहीं और जगह निगाह तो नहीं रही, जिसे रत्ना बर्दाश्त नहीं कर पाई
पति की मौत के बाद से रत्ना को करीब तीस हजार रुपए पेंशन मिलती है और उसी पेंशन से घर का खर्च चलाती थी। बताया जा रहा है इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह उर्फ सोनू भी घर के खर्चे में मददगार बनता था। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था कि तभी सूर्य प्रताप सिंह की निगाहें कहीं और जाने लगी कि यह देख रत्ना बर्दाश्त नहीं कर पाई और घटना को अंजाम दे डाला। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के मुताबिक इस मामले में कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन की जा रही है।
दहशत में मां उषा सिंह, नहीं थम रहे आंसू
नरेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक सूर्य प्रताप सिंह के परिवार में तीन बेटियों में इकलौता बेटा था। वह पहले ठीक था लेकिन कुछ दिनों से उसकी आदत ऐसी ख़राब हुई कि किसी की कुछ भी नहीं सुन रहा था। बताया जा रहा है कि विरोध करने पर मारपीट करने पर अमादा हो जाता था। बेटे की मौत की खबर मिलते ही मां उषा सिंह और बेटियों के अलावा करीबियों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्राम प्रधान को फोन पर बताया मैंने सूर्य प्रताप का कत्ल कर दिया है ग्राम प्रधान राममनोहर यादव के मुताबिक इंस्पेक्टर बीबीडी राम सिंह ने फोन पर बताया कि सालार गंज में एक सूर्य प्रताप सिंह नाम के युवक की हत्या कर दी गई है। तभी ग्राम प्रधान राममनोहर यादव ने महिला रत्ना सिंह से बात की तो वह बेबाकी से कही कि हां प्रधान मैंने ही कत्ल किया है। यह सुनते ही ग्राम प्रधान राममनोहर यादव भी सन्न रह गए।
किसी से मेलजोल नहीं था कॉलोनी में…
शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में रहने वाले कुछ लोग दबी जुबान में चर्चा कर रहे थे कि इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह दबंग किस्म का था और वह नशे में चूर होकर अक्सर लड़ाई-झगड़ा करता रहता था और कुछ अनजान लोगों का भी सूर्य प्रताप के घर आना-जाना लगा रहता था। कहीं इसी के विरोध में तो घटना हुई? इंस्पेक्टर बीबीडी राम सिंह के मुताबिक इससे इन्कार नहीं किया जा सकता, लिहाजा कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन की जा रही है।
मामूली कहासुनी ने बनाया मां-बेटियों को कातिल
महिला रत्ना और उसकी दो बेटियों के कृत्य से शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में हर कोई हैरान था। कालोनी में रहने वाले लोगों में यही चर्चा थी कि आखिर कौन सी ऐसी बात सामने आई कि सूर्य प्रताप की हत्या करते समय मां-बेटियों के हाथ क्यों नहीं कांपे? इतने दिन लीविंग रिलेशनशिप में रहने के बाद भी उसने जान क्यों ली? लोगों में यह भी चर्चा थी कि घर में अनजान लोगों के आने से उपजे विवाद ने मां-बेटियों को कातिल बना दिया।
जान बचाने के लिए इंजीनियर सूर्य ने खूब किया संघर्ष
घटनास्थल चीख-चीखकर गवाही दे रहा है सालार गंज स्थित शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में रहने वाले इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह का गला रेता गया था। कमरे में फर्श से लेकर दीवार तक खून के छीटें थी, इससे यही लग रहा है कि अपनी जान बचाने के लिए सूर्य ने जमकर लड़ा, लेकिन कातिल मां-बेटियों के आगे घुटने टेक कर रह गया।
