अपने मासिक ‘मन की बात‘ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के समक्ष भारत की प्रगति की नई कहानी प्रस्तुत की। इस बार का कार्यक्रम एंड्युरेंस स्पोर्ट्स, खेलों की उपलब्धियों, वोकल फॉर लोकल, विंटर टूरिज्म और स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे विविध विषयों पर केंद्रित रहा।
आज भारत की खेल संस्कृति एक नए दौर में प्रवेश कर रही है, जहां एंड्युरेंस स्पोर्ट्स की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। ऐसी गतिविधियां, जिनमें मानव क्षमता, धैर्य और मानसिक संतुलन की बड़ी परीक्षा होती है, अब देशभर के युवाओं का नया जुनून बन चुकी हैं। बताया जाता है कि भारत में हर महीने करीब 1500 से अधिक एंड्युरेंस इवेंट्स आयोजित होते हैं, जिनमें भाग लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
इन खेलों का सबसे बड़ा उदाहरण आयरनमैन चैलेंज है, जिसमें एक ही दिन में समुद्र में लगभग 4 किलोमीटर तैरना, 180 किलोमीटर साइकिल चलाना और 82 किलोमीटर तक की मैराथन शामिल होती है। ऐसी प्रतियोगिताएं न केवल युवाओं के लिए रोमांचक साबित हो रही हैं, बल्कि फिटनेस के प्रति समाज में जागरूकता भी बढ़ा रही हैं।
खेल उपलब्धियों का सुपरहिट महीना
पिछला महीना भारत के खेल इतिहास के लिए शानदार रहा।
• महिला टीम ने वर्ल्ड कप में इतिहास रचा।
• बधिर ओलंपिक में भारत ने 20 पदक जीते।
• भारतीय महिला टीम ने कबड्डी वर्ल्ड कप जीता।
• विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भी भारतीय खिलाड़ी 20 मेडल लेकर लौटे।
• ब्लाइंड महिला टीम ने बिना कोई मैच हारे वर्ल्ड कप खिताब हासिल किया।
ये सभी उपलब्धियां न केवल भारतीय खेल जगत की मजबूती को साबित करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि देश के खिलाड़ी हर मंच पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए तैयार हैं।
वोकल फॉर लोकल—आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर कदम
प्रधानमंत्री ने ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना को फिर से मजबूत करने की अपील की। जी20 सम्मेलन के दौरान उन्होंने विदेशी नेताओं को भारतीय कला और संस्कृति से जुड़े उपहार देकर देशी कारीगरी को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास किया। त्योहारों के अवसर पर भी लोगों ने भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दी, जिससे स्थानीय उद्योगों और कारीगरों को सीधा लाभ मिल रहा है |
विंटर टूरिज्म—भारत की नई पहचान
भारत में विंटर टूरिज्म की संभावनाएं अब तेजी से साकार हो रही हैं। उत्तराखंड की पहाड़ियाँ इन दिनों पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रही हैं। हाल ही में आदि कैलाश में राज्य की पहली हाई एल्टीट्यूड मैराथन का आयोजन किया गया, जो 60 किलोमीटर लंबी थी और कड़कड़ाती सर्दी में सुबह 5 बजे शुरू हुई।
जहां कुछ साल पहले तक इस क्षेत्र में मात्र 2,000 पर्यटक आते थे, वही संख्या अब बढ़कर लगभग 30,000 तक पहुंच चुकी है। यह बदलाव बताता है कि भारत में साहसिक पर्यटन का भविष्य बेहद उज्ज्वल है।
विज्ञान, अंतरिक्ष और कृषि—भारत की नई उड़ान
भारत का स्पेस सेक्टर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हाल ही में स्काईरूट के इन्फिनिटी कैंपस ने देश के निजी अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र में नई ऊर्जा भरी है। कृषि के क्षेत्र में भी भारत ने 3.57 करोड़ टन खाद्यान उत्पादन के साथ इतिहास रच दिया है।
वैज्ञानिकों और युवाओं की लगन ने ही चंद्रयान-3 जैसी सफलताओं का मार्ग प्रशस्त किया है, जो देश की वैज्ञानिक क्षमताओं का बेहतरीन उदाहरण है।
शहद उत्पादन—गाँवों में बढ़ता रोजगार
जम्मू-कश्मीर के सुलाई शहद को मिला GI टैग न केवल इसकी पहचान बढ़ा रहा है, बल्कि किसानों की आय में भी योगदान दे रहा है। दक्षिण कन्नड़ जिले में ग्रामजन्य संस्था जैसे प्रयास शहद को ब्रांडेड रूप में शहरों तक पहुंचा रहे हैं। आज भारत का शहद उत्पादन 1.5 लाख मीट्रिक टन से अधिक पहुंच गया है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
