- बाररूद से भरा गोदाम हवा में उड़ा, इलाके में फैली सनसनी
- पुलिस अफसरों का दावा कोई घायल नहीं हुआ
- डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस मौके पर
- नगराम क्षेत्र के छितौनी गांव में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला मैट्रो स्टेशन के पास सोमवार देर शाम हुए आतंकी हमले में दर्शन भर हुई मौत को लेकर देश-प्रदेश में सुरक्षा को लेकर हाईअलर्ट घोषित किया गया और जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस जगह-जगह चेकिंग कर रही थी कि इसी हाईअलर्ट के बीच राजधानी लखनऊ के नगराम क्षेत्र के छितौनी गांव निवासी इशरत अली के पटाखा फैक्ट्री में बुधवार को जोरदार विस्फोट हुआ। विस्फोट के चलते उनकी बारूद से भरी गोदाम हवा में उड़ गई। सूचना मिलते ही पुलिस दमकल कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस अफसरों के मुताबिक इस हादसे में कोई भी घायल नहीं हुआ है। खास बात यह है कि यह घटना उस समय हुई जब राजधानी लखनऊ हाईअलर्ट को लेकर छावनी में तब्दील रही। पुलिस डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ छानबीन शुरू की। टीम वहां से नमूने लेकर जांच के भेज दिया है।
ये भी पढ़े
Exclusive: गलती से दहली दिल्ली, UP में करना था बड़ा धमाका, जानें तह तक खबर
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
नगराम क्षेत्र स्थित छितौनी गांव निवासी इशरत अली परिवार के साथ रहकर पटाखा बनाने का काम करते हैं। बताया जा रहा कि इशरत अली गांव के बाहर पटाखा बनाने की फैक्ट्री बना रखा है। रोज की तरह बुधवार फैक्ट्री में पटाखा कारखाने में पटाखा बनाया जा रहा था कि इसी दौरान गोदाम में रखे बारूद के ढेर में आग लग गई। आग लगते ही वहां पर जोरदार धमाका शुरू हो गया। एक के बाद एक कई धमाकों से इशरत अली की फैक्ट्री और गोदाम हवा में उड़ गया।
ये भी पढ़े
धमाके की आवाज काफी दूर तलक गूंजी
धमाका इतना तेज था कि काफी दूर तलक उसकी आवाज गूंज उठी। आवाज सुनकर दहशतज़दा ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने इशरत अली के पटाखा फैक्ट्री से धुएं का गुबार उठते देखा। भागकर लोग वहां पहुंचे तो की फैक्ट्री और गोदाम जमींदोज हो चुकी थी। सूचना मिलते ही नगराम पुलिस और पुलिस अफसर दमकल कर्मियों, डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे और गहनता से मामले की छानबीन शुरू की। दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस के मुताबिक इशरत अली के भंडारण और पटाखा बनाने का लाइसेंस है। पुलिस भले ही तरह-तरह की बयानबाजी करती फिर रही है, लेकिन यह हादसा उस समय हुआ जब राजधानी लखनऊ हाईअलर्ट को लेकर चप्पे-चप्पे पर तैनात थी।
