- सहेली को सहेली से हुआ प्यार, जब नहीं दिया साथ तो उठा लिया इतना खतरनाक कदम
- छिंदवाड़ा जिले की ‘अतिरेक’ प्रेम कहानी पढ़कर आप सभी को कुछ देर तक नहीं होगा भरोसा
- ‘या तो मेरे साथ रहो, या हम दोनों मर जाते हैं’ कहकर खिलाया जहर
नया लुक डेस्क
भोपाल। धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है, हद से गुजर जाना है, यह गाना आपने सुना होगा। गुनगुनाया होगा या फिर गाया होगा। लेकिन मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की दो सहेलियों के बीच हुआ प्यार भी कुछ इसी तरह परवान चढ़ा होगा। प्यार में पागल एक सहेली ने दूसरे को न केवल जहर दे दिया, बल्कि उसे सुसाइड करार देने और खुद को निर्दोष बचाने के लिए एक नई कहानी भी गढ़ डाली। जिस सहेली के कंधे पर रोकर लता अपना दर्द हल्का किया करती थी, वही उसकी मौत की वजह बनी।
खबरों के मुताबकि छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव क्षेत्र की अंबाड़ा चौकी के अंतर्गत हुई एक सुसाइड ने ऐसा मोड़ लिया कि हर कोई दंग रह गया। पुलिस ने इस मामले के पीछे छिपे प्यार, जुनून और साजिश की ऐसी परतें खोलीं, जिसने सबको हैरान कर दिया। जांच के दौरान पुलिस को यह पता चला कि मृतका लता मंडावर और उसकी सहेली मयूरी श्रीवास्तव के बीच दोस्ती एक गहरे प्रेम संबंध में बदल चुकी थी। लेकिन लता विवाहित थी और दो बच्चों की मां थी, वहीं मयूरी की अभी शादी नहीं हुई है। मयूरी बार-बार उस पर पति और परिवार छोड़कर उसके साथ रहने का दबाव डालती थी। लेकिन लता ने समाज और परिवार की इज्जत के डर से ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद मयूरी का प्यार जुनून में बदल गया। वह उस पर बार-बार दबाव डालती रही ‘या तो मेरे साथ रहो, या हम दोनों मर जाते हैं।
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क्या है इसके पीछे की कहानी…
यह मामला 19 अक्टूबर 2025 की शाम का है। जब परासिया इलाके में लता मंडावर की संदिग्ध मौत की खबर आई थी। शुरुआत में मामला सामान्य आत्महत्या प्रतीत हो रहा था। पुलिस ने जब कॉल डिटेल, मोबाइल चैट्स और गवाहों के बयान खंगालना शुरू किया। तब जो उन्हें पता लगा वह पैरों तले जमीन खिसकाने के लिए काफी थी। पुलिस के अनुसार यह आत्महत्या नहीं, बल्कि जुनूनी प्रेम की आग में रची गई हत्या की साजिश थी। चौकी प्रभारी संजय सोनवानी के अनुसार 19 अक्टूबर को मयूरी ने लता को परासिया में मिलने के लिए बुलाया। दोनों के बीच उस दिन लम्बी बातचीत हुई, जो धीरे-धीरे झगड़े में बदल गई। इसी दौरान मयूरी ने अपने पास रखा जहरीला पदार्थ लता को दे दिया, जिसे लता ने पी लिया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मयूरी ने खुद को निर्दोष बताने के लिए कहानी आत्महत्या की बताई, लेकिन पुलिस को कुछ बातें संदिग्ध लगीं।
चैट्स में मयूरी का लता को लगातार यह कहना दर्ज था ‘तुम मेरे बिना नहीं रह सकती, अगर नहीं आओगी तो मैं सब खत्म कर दूंगी। इन्हीं संदेशों ने पुलिस को यह विश्वास दिलाया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक दबाव और योजनाबद्ध साजिश का मामला है। इस सनसनीखेज मामले की जांच छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी जुन्नारदेव ने की। अधिकारियों का कहना है कि इस केस ने यह साफ कर दिया है कि भावनात्मक संबंध जब अतिरेक में पहुंच जाते हैं, तो वे अपराध में बदल जाते हैं।
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आरोपी सहेली हुई गिरफ्तार
सबूतों के आधार पर अंबाड़ा पुलिस ने मयूरी श्रीवास्तव को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया, परंतु तकनीकी साक्ष्य इतने मजबूत थे कि पुलिस ने उसके खिलाफ अपराध BNS की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
