- धान की फसल खऱाब होने से किसान परेशान
नया लुक संवाददाता
लखनऊ। कल रात से हो रही बारिश के कारण राजधानी लखनऊ में दिन में ही शाम हो गयी है। बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में भी 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है पर अच्छी बात ये है कि बरसात से हवा में घुल रहा जहर यानि प्रदूषण कम हुआ है। इस बरिश ने किसानों के चेहरों में चिन्ता ला दी है। कई जिलों में धान की फसल चौपट हो रही है। मौसम बदलाव के पीछे Western Disturbance जिम्मेदार माना जा रहा है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर से आ रही नमी और बंगाल की खाड़ी में बन रहे वेदर सिस्टम के चलते बादलों की सक्रियता बढ़ी है। इसके असर से अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिलेगी।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना गहन अवदाब तेजी से प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान मोंथा में बदल रहा है। उत्तर- पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए यह आंध्र प्रदेश तट के काकीनाडा के आसपास पहुंच सकता है। मोंथा चक्रवात का सबसे ज्यादा असर यूपी और बिहार में दिखेगा। ऐसे में 30 से 31 अक्तूबर के बीच बिहार से सटे पूर्वांचल के कई जिलों और बुंदेलखंड आदि में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं। 30 अक्तूबर को प्रदेश के वाराणसी और आसचपास के जिलों में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
