- अब लखीमपुर-खीरी के क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर सहित दो पुलिसकर्मी हुए निलंबित
- चार दिनों के भीतर 16 पुलिसकर्मियों पर हुई बड़ी कार्रवाई
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। महिलाओं एवं लड़कियों की सुरक्षा तथा अन्य अपराधों की रोकथाम का जिम्मा, पीड़ितों की काउंसलिंग,पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण के अलावा तमाम तरह की हाईटेक योजनाएं। … यूपी पुलिस का एक उजला पहलू है जो हाल ही में उभरा। अब तस्वीर का दूसरा पहलू देखिए। अवैध वसूली से लेकर अपराधियों को संरक्षण सहित अन्य संगीन आरोपों में चार दिनों के भीतर 16 पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। यह आंकड़ा खुद ब खुद यह तथ्य बयान करता है कि खाकी की गिरती प्रतिष्ठा के लिए जिम्मेदार खुद पुलिसकर्मी हैं।
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जिस तरह से चार दिनों के भीतर घुसखोर पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस के जिम्मेदार अफसरों ने कार्रवाई की तो लगा कि मातहतों के अन्दर खौफ की बू दौड़ पड़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं दिखा। इतनी बड़ी कार्रवाई होने के बाद भी लखीमपुर-खीरी जिले के सदर कोतवाली में क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर हरि प्रकाश यादव व माल खाना प्रभारी सुधीर कुमार दिवान का ऐसा करतूत सामने आया कि एसपी लखीमपुर-खीरी संकल्प शर्मा को तत्काल प्रभाव से दोनों दागी पुलिसकर्मियों को निलंबित करना पड़ा।
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वहीं पदभार ग्रहण करते ही यूपी के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने पुलिसकर्मियों को आचरण व्यवहार सुधारने की नसीहत दी थी, लेकिन साफ है कि दागी मातहतों पर डीजीपी समेत उच्चाधिकारियों के फरमान का कोई असर नहीं हो रहा है। वर्दी वाले ही खाकी को दागदार करने में जुटे हैं।
