उमेश चन्द्र त्रिपाठी
काठमांडू। प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने कहा है कि नेपाली नोटों पर नेपाल संवत् का उल्लेख करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने यह बातें राष्ट्रीय विभूति शंखधर सख्वा की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं। प्रधानमंत्री कार्की ने बताया कि नेपाली नोटों पर नेपाल संवत् का उल्लेख करने के विषय में नेपाल राष्ट्र बैंक से परामर्श कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है। प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि नेपाल संवत् विशेष रूप से कांतिपुर (काठमांडू) और भक्तपुर (भादगांव) में उत्पन्न हुआ था, लेकिन यह अब पूरे राष्ट्र का मुख्य संवत् है। उन्होंने कहा कि नेपाल संवत् के प्रवर्तक शंखधर सख्वा एक कुशल व्यवसायी थे, परंतु उनका उद्देश्य केवल लाभ कमाना नहीं था, बल्कि समाज की सेवा करना था।
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उन्होंने बताया कि लगभग 1166 वर्ष पहले, राजा राघवदेव के शासनकाल में शंखधर सख्वा ने गरीब और कर्ज में डूबे नागरिकों का ऋण मुक्त कर उन्हें राहत दी थी। यही दिन नेपाल संवत् की शुरुआत का आधार बना। प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि नेपाल संवत् किसी राजा की विजय या शक्ति से नहीं, बल्कि एक व्यापारी के त्याग और परोपकार से प्रारंभ हुआ था। इसलिए इसका महत्व और गरिमा बहुत ऊँची है। यह लोकजन की भावना से उत्पन्न संवत् है, जो नेपाल की लोकसंस्कृति और विरासत को दर्शाता है।
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उन्होंने आगे कहा कि नेपाल राष्ट्र बैंक द्वारा जारी नोटों में नेपाल संवत् को उल्लेखित करने के विषय पर संबंधित पक्षों से परामर्श कर प्रक्रिया को शीघ्र आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करती हूँ। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नेपाल संवत् को सरकारी स्टाम्प और अन्य दस्तावेजों में शामिल कर इसे बढ़ावा देने और व्यवहारिक रूप में लागू करने के लिए तत्पर है। शंखधर सख्वा को वि.सं. 2056 (सन् 1999) में राष्ट्रिय विभूति घोषित किया गया था। वहीं नेपाल संवत् को वि.सं. 2065 कात्तिक 7 गते (23 अक्टूबर 2008) को राष्ट्रीय संवत् के रूप में घोषित किया गया था।
