मध्य प्रदेश। ग्वालियर में दहेज प्रताड़ना से परेशान एक नवविवाहिता ने एसिड पीकर सुसाइड कर लिया। ससुरालवालों ने उससे दहेज में मुर्रा भैंस मांगी थी। 21 साल की विमलेश बघेल की शादी इसी साल 31 जनवरी 2024 को हुई थी। पति दिनेश बघेल माधौगंज का रहने वाला है। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने विमलेश को दहेज के लिए तंग करना शुरू कर दिया। 20 सितंबर को पति व परिजन ने उसकी पिटाई की। अगले दिन विमलेश ने एसिड पी लिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया गया है कि पुलिस ने 17 अक्टूबर को पति, जेठ-जेठानी और सास-ससुर के खिलाफ केस दर्ज किया। सब पर दहेज प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं।
भैंस के लिए रोज मारपीट करते थे आरोपी
आरोपी रोज भैंस को लेकर विमलेश से मारपीट करते थे। उसके भाई के पास कई भैंसें थीं, जिनमें से एक मुर्रा भैंस दहेज में मांगी गई थी ताकि ससुराल का डेयरी व्यवसाय चले। विमलेश ने यह बात भाई को कई बार बताई, ससुरालवालों का रवैया नहीं बदला। मुर्रा भैंस की कीमत 1.5 से दो लाख रुपये है।
मौत से पहले ससुराल वालों पर लगाए आरोप
भाई महेंद्र ने बताया कि बहन के जन्म के एक साल बाद पिता और फिर दो महीने बाद मां की मौत हो गई थी। तीन भाई-बहनों में वह सबसे छोटी थी और मैंने ही उसे पढ़ाया-लिखाया। शादी के बाद ससुरालवालों की प्रताड़ना से वह परेशान थी। एसिड पीने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मरने से पहले उसने ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए।
26 दिन बाद दर्ज हुई FIR
भाई महेंद्र बघेल ने पति दिनेश बघेल, ससुर इमरत बघेल, सास विद्या बाई, जेठ हरिसिंह और जेठानी भावना बघेल पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। बताया गया है कि पोस्टमॉर्टम और परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने 26 दिन बाद केस दर्ज किया। CSP किरण अहिरवार ने बताया कि जांच में पुष्टि हुए है। ससुरालवालों ने दहेज के लिए महिला को प्रताड़ित किया, जिससे उसने आत्महत्या की। पांचों आरोपियों पर एफआईआर दर्ज है, जल्द गिरफ्तारी होगी। ग्वालियर-चंबल अंचल में दूध व्यवसाय प्रमुख है। यहां अच्छी भैंस की कीमत डेढ़ से दो लाख रुपए होती है। दहेज में भैंस देने का चलन है, इसलिए ससुराल पक्ष बाइक से अधिक भैंस को तरजीह देता है। भैंस को लेकर यहां कई बार हत्याएं तक हुई हैं।
