लखनऊ। कानपुर देहात में थाना प्रभारी के दुर्व्यवहार और प्रताड़ना से तंग आकर महिला सिपाही ने जहर खा लिया। उसने थाना परिसर में ही बने क्वार्टर में सुसाइड की कोशिश की। महिला सिपाही को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसे आइसोलेशन रूम में महिला सिपाही अंशू शर्मा (33) ने बताया कि पाँच दिन पहले दूसरे थाने में ट्रांसफर हो गया था। वह चार दिनों से रिलीविंग लेटर पर साइन कराने के लिए महिला थाना की प्रभारी के चक्कर काट रही थी। लेकिन, प्रभारी टाल-मटोल करते हुए हर दिन लौटा दे रही थीं।

महिला सिपाही के साथियों का आरोप है कि रविवार शाम अंशू ने रिलीविंग लेटर पर साइन करने के लिए महिला थाना प्रभारी को बोला, तो उन्होंने कहा-जाओ यहां से, मैं एक मिनट भी तुम्हारा चेहरा नहीं देखना चाहती। इसके बाद सिपाही ने अपने क्वार्टर में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। मूलरूप से मेरठ की रहने वाली महिला सिपाही अंशू पिछले दो साल से कानपुर देहात के बरौर महिला थाने में तैनात हैं। 5 दिन पहले अंशू का ट्रांसफर शिवली थाने में हो गया। इसके बाद से ही वे रिलीविंग लेटर लेने के लिए महिला थाना प्रभारी अमिता वर्मा के कार्यालय के चक्कर काट रही थीं। लेकिन, वो साइन करने से आनाकानी कर रही थीं।
अंशू का आरोप है कि थाना प्रभारी हर दिन यह कहकर लौटा देती थीं, आज काम बहुत है, कल कर दूंगी। रविवार की शाम करीब सात बजे अंशू फिर से इंस्पेक्टर अमिता वर्मा के पास पहुंची और रिलीविंग लेटर पर साइन करने के लिए कहा। थाना प्रभारी बोलीं अभी समय नहीं है, कल आना। इसके बाद पता चला कि अंशू ने जहर खा लिया है। मामले में अंशू की सहकर्मी ने नाम न छापने की शर्त बताया कि अंशू जब रविवार को रिलीविंग लेटर के लिए इंस्पेक्टर पहुंची तो उन्होंने फिर आनाकानी की। इस पर उसने कहा कि मैडम चार दिनों से आ रही हूं। केवल एक साइन ही तो चाहिए, कितना ही समय लगेगा। इस पर थाना प्रभारी आगबबूला हो गईं और चिल्लाते हुए कहा- मुझे एक मिनट भी तुम्हारा चेहरा नहीं देखना।
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साथी ने आगे बताया कि मैडम ने प्रार्थना पत्र भी फेंक दिया। इसके बाद अंशू ने अपने क्वार्टर में पहुंचकर जहरीला पदार्थ खा लिया। रात 9:30 बजे रूम पार्टनर पहुंची तो अंशू को बेहोशी की हालत में पड़ा पाया। इसके बाद दूसरी सिपाहियों की मदद से अंशू को नजदीकी अनंतराज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां से देर रात मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। CO मीडियाकर्मियों पर भड़कीं घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सिकंदरा प्रिया सिंह अस्पताल पहुंचीं। महिला सिपाही का हालचाल जाना। इस दौरान जब मीडियाकर्मी पहुंचे तो सीओ उन पर नाराज होने लगीं।
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जांच के बाद होगी कार्रवाई SP श्रद्धा नरेंद्र पांडेय एसपी कानपुर देहात श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने कहा कि घटना की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल महिला आरक्षी की हालत नाजुक है और डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज कर रही है। अस्पताल में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। डॉक्टर बोले कि हालत गंभीर निगरानी में चल रहा इलाज डॉ. अमित कटियार, निदेशक, अनंतराज हॉस्पिटल ने बताया कि मरीज को उल्टियां और घबराहट की शिकायत के साथ लाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए कानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
सहकर्मी बोले : हमेशा खुश रहती थीं बरौर थाने के पुलिसकर्मियों ने बताया कि अंशू शर्मा शांत स्वभाव की और कर्तव्यनिष्ठ आरक्षी थीं। कभी किसी से दुर्व्यवहार नहीं करती थीं। उनके इस कदम से पूरा स्टाफ हैरान है।
