- IG के निर्देश पर गिरफ्तारी के लिए बनी पुलिस की दो टीमें
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और किसी भी तरह की किसी अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने दो टूक कहा है कि जो भी पुलिसकर्मी घुस खोरी या वसूली करते मिला तो उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के कार्रवाई की जाएगी। यूपी के DGP भले ही तरह-तरह का पाठ पढ़ाकर उन्हें नसीहत दे रहे हों, लेकिन कड़वा सच यह है कुछ ऐसे पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें DGP का फरमान शायद मां नहीं रहा है। एक मामला प्रतापगढ़ जिले का प्रकाश में आया है, जहां शहर कोतवाली में तैनात पूर्व इंस्पेक्टर जयचंद भारती खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए IG स्तर पर जांच-पड़ताल हुई तो मामला सही पाए जाने पर आईजी के आदेश पर घूसखोर इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई हुई। जय चंद भारती पहले ही निलंबित हो चुके हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहे हैं। बताया जा रहा है उनकी तलाश में पुलिस टीमें उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। कुछ दिनों पहले प्रतापगढ़ जिले के शहर कोतवाल रहे जयचंद भारती पर कानून का शिकंजा कस गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस बिहार गंज बाजार में बीते जून महीने में फायरिंग वह तोड़फोड़ की घटना में मुख्य रूप से शामिल बदमाश मस्सन अली से घटना के पहले कोतवाली में पैसे लेने का आरोप जांच में सही पाए जाने पर सोमवार को भारती के खिलाफ नगर कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस मामले में आइजी ने तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर उन्हें जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने के निर्देश दिए हैं।
IG अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि विभाग में ऐसे पुलिसकर्मियों के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि जो भी इस का कारनामा किया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ जेल भेज भी जा सकता है। बताया जा रहा है कि इसके पूर्व पुलिस अधीक्षक द्वारा उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर चुके हैं। इसकी रिपोर्ट तीन दिन पूर्व आईजी को भेजी गई तो उन्होंने आरोपित इंस्पेक्टर जयचंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
